प्रधानमंत्री मोदी ने सम्भल में श्री कल्कि धाम का भूमिपूजन एवं शिलान्यास किया।

By | February 20, 2024

दिलशाद अहमद (सलाहकार संपादक)

सम्भल.   प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज सम्भल, उत्तर प्रदेश में श्री कल्कि धाम का भूमिपूजन एवं शिलान्यास किया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी भी उपस्थित थे। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह अवसर भारत के सांस्कृतिक नवजागरण का एक और अद्भुत क्षण है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में श्रीरामलला के विराजमान होने और अबू धाबी में पहले विराट मंदिर के लोकार्पण के बाद अब सम्भल में भव्य कल्किधाम का शिलान्यास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह धाम भारतीय आस्था के एक और विराट केन्द्र के रूप में उभरकर सामने आएगा। उन्होंने कहा कि यह मंदिर 10 गर्भ गृहों वाला होगा और भगवान के सभी 10 अवतारों को विराजमान किया जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में देश में कई आध्यात्मिक अनुभव और सांस्कृतिक गौरव के क्षण देखने को मिले हैं। उन्होंने कहा कि काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर, महाकाल के महालोक की महिमा, सोमनाथ का विकास और केदार घाटी का पुनर्निर्माण इसी कालखंड में हुआ है।

उन्होंने कहा कि भारत पराभव से भी विजय को खींचकर लाने वाला राष्ट्र है। उन्होंने कहा कि आज भारत उस मुकाम पर है, जहां हम अनुसरण नहीं कर रहे हैं, उदाहरण पेश कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि राष्ट्र को सफल होने के लिए ऊर्जा सामूहिकता से मिलती है। उन्होंने कहा कि आज भारत में उसी विराट चेतना के दर्शन हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत जब भी बड़े संकल्प लेता है, उसके मार्गदर्शन के लिए ईश्वरीय चेतना किसी न किसी रूप में हमारे बीच जरूर आती है। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने गीता में ‘संभवामि युगे-युगे’ के रूप में इतना बड़ा आश्वासन दिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने विश्वास व्यक्त किया कि भगवान श्री कल्कि के आशीर्वाद से संकल्पों की यह यात्रा समय से पहले सिद्धि तक पहुंचेगी।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  ने कहा कि आज भगवान विष्णु के दसवें अवतार कल्कि भगवान की भावी भूमि सम्भल जनपद में श्री कल्कि धाम मन्दिर का शिलान्यास करने के लिए प्रधानमंत्री का आगमन हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री  के नेतृत्व में भारत में पिछले 10 वर्षों में नए भारत का दर्शन हुआ है। उन्होंने कहा कि इस नए भारत में प्रत्येक नागरिक को सुरक्षा, राष्ट्र को समृद्धि के नए सोपान तक पहुंचाने का संकल्प, युवाओं की आजीविका की व्यवस्था तथा आस्था का सम्मान हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि योग को वैश्विक मान्यता मिलने से भारत की विरासत वैश्विक मंच पर सम्मानित हुई है। उन्होंने कहा कि भारत में जो पहले असम्भव था, आज वह सम्भव तथा मुमकिन हुआ है। कार्यक्रम को आचार्य श्री प्रमोद कृष्णम ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर जूना अखाड़ा के आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी अवधेशानन्द गिरि, स्वामी कैलाशानन्द ब्रह्मचारी, सद्गुरु श्री रितेश्वर सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।