
(रिपोर्ट -रितिका गुप्ता)
राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद देश के अलग-अलग राज्यों के मुख्यमंत्री और अन्य वी.वी.आई.पी अतिथि दर्शन करने के लिए अयोध्या पहुंच रहे हैं। इन अतिथियों के लिए राम मंदिर में अलग से दर्शन की व्यवस्था की गई है। इस व्यवस्था के तहत, वी.वी.आई.पी अतिथियों को मंदिर के मुख्य द्वार से प्रवेश दिया जाएगा। उन्हें सीधे गर्भगृह में ले जाया जाएगा, जहां वे भगवान राम की मूर्ति के दर्शन करेंगे। दर्शन के बाद, उन्हें मंदिर के बाहरी परिसर में एक विशेष पूजा स्थल पर दर्शन पूजन कराया जाएगा। इस व्यवस्था को लेकर आईजी प्रवीण कुमार ने कहा कि वी.वी.आई.पी अतिथियों के लिए सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। रूट डायवर्जन के साथ उनके प्रोटोकॉल निर्धारित किए गए हैं।
वी.वी.आई.पी अतिथियों के दर्शन का कार्यक्रम
31 जनवरी: त्रिपुरा के मुख्यमंत्री और उनकी कैबिनेट
1 फरवरी: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी कैबिनेट
2 फरवरी: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी
5 फरवरी: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे
6 फरवरी: अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री
9 फरवरी: हरियाणा के मुख्यमंत्री
12 फरवरी: राजस्थान के मुख्यमंत्री
15 फरवरी: गोवा के मुख्यमंत्री
22 फरवरी: असम के मुख्यमंत्री
24 फरवरी: गुजरात के मुख्यमंत्री
4 मार्च: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री
बाइक टैक्सी और ईवी बसों से आसान हुआ रामलला का दर्शन
राम मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आवागमन की सुविधा को बेहतर बनाने के लिए अयोध्या में बाइक टैक्सी और ईवी बसों की सेवा शुरू की गई है। बाइक टैक्सी रैपिडो और ईवी बसों का एप चल नाम से एप स्टोर पर उपलब्ध है। इन एप के माध्यम से श्रद्धालु अपनी सुविधानुसार वाहन बुक कर सकते हैं। बाइक टैक्सी रैपिडो की सेवा अयोध्या केन्द्र से बारह किलोमीटर की परिधि में उपलब्ध है। इस सेवा के तहत, श्रद्धालु रैपिडो ऐप के माध्यम से बाइक टैक्सी बुक कर सकते हैं। ईवी बसों का संचालन रामपथ पर पहले से ही जारी है। इन बसों का स्टापेज अयोध्या धाम और अयोध्या कैंट के सभी प्रमुख स्थानों पर है। श्रद्धालु चल ऐप के माध्यम से ईवी बसों की उपलब्धता और समय की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।