
(ब्यूरो रिपोर्ट समाचार भारती)
कुशीनगर. उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के तत्वावधान में कुशीनगर जिले में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में उदित नारायण स्नातकोत्तर महाविद्यालय पडरौना में नशा उन्मूलन विषय पर जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव/अपर जिला जज रविकान्त यादव ने छात्रों को नशे से होने वाली हानियों और कुप्रभाव पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि नशा न केवल व्यक्ति के स्वास्थ्य को हानि पहुंचाता है, बल्कि उसके परिवार और समाज पर भी बुरा प्रभाव डालता है। उन्होंने छात्रों से नशा न करने और दूसरों को भी नशा न करने के लिए प्रेरित करने का आग्रह किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अशोक कुमार सिंह ने भी छात्रों को नशा से दूर रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि नशा एक सामाजिक बुराई है और इसे जड़ से मिटाने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करने होंगे। कार्यक्रम में महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं, शिक्षक और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
कार्यक्रम के मुख्य बिंदु:
- नशा क्या है?
- नशे के प्रकार
- नशे से होने वाली हानियां
- नशे से दूर रहने के उपाय
- नशा उन्मूलन के लिए सामाजिक जागरूकता
कार्यक्रम का उद्देश्य:
- छात्रों को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कराना
- नशा उन्मूलन के लिए छात्रों को प्रेरित करना
- सामाजिक जागरूकता पैदा करना
कार्यक्रम का प्रभाव:
- छात्रों ने नशा न करने का संकल्प लिया
- नशा उन्मूलन के प्रति छात्रों में जागरूकता बढ़ी
- सामाजिक स्तर पर नशा उन्मूलन के लिए माहौल तैयार हुआ
नशा उन्मूलन जागरूकता शिविर एक सफल आयोजन था। इस कार्यक्रम ने छात्रों को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कराया और उन्हें नशा उन्मूलन के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम ने सामाजिक स्तर पर नशा उन्मूलन के लिए माहौल तैयार करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।