
भोपाल। भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (IISER) भोपाल इस बार अगस्त 2019 से एक ऐसे नए कोर्स की शुरुआत करने जा रहा है, जिसमें छात्रों को डिजिटल युग में बढ़ते जा रहे डेटा को संभालने का गुण सिखाया जाएगा। 4 साल के इस बैचलर ऑफ साइंस इन डेटा साइंस एंड इंजीनियरिंग (डीएसई) कोर्स में छात्रों को 40 सीटों पर प्रवेश मिलेगा। यह पहला मौका है, देश में कोई केन्द्रीय शिक्षण संस्थान डेटा साइंस में डिग्री कोर्स शुरू कर रहा है। अभी तक आईआईटी और दूसरे आईसर संस्थानों में डीएसई काे सिर्फ एक विषय के रूप में पढ़ाया जा रहा था।
सूचनाओं को नियंत्रित करने के विशेषज्ञ होंगे तैयार
IISER भोपाल के रजिस्ट्रार केवी सत्यमूर्ति ने बताया- स्वचालित मशीनें हों या आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस से लैस रोबोट, इनको नियंत्रित करने और उनसे सही काम लेने के लिए जरूरी है कि उनको दी जाने वाली सूचना सही ढंग से पहुंचे। बढ़ती सूचनाओं को नियंत्रित करने की जरूरत को पूरा करने के मद्देनजर मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सहयोग से नया कोर्स शुरू कर रहे हैं।
डबल डिग्री में तब्दील कर सकेंगे छात्र
देश के सभी आईसर और आईआईटी के बीच भोपाल में यह कोर्स शुरू किया जा रहा है, जिसमें डेटा साइंस में इंजीनियरिंग की डिग्री दी जाएगी। देश के दूसरे आईआईटी संस्थानों में डेटा साइंस एंड इंजीनियरिंग (डीएसई) को सिर्फ एक कोर्स या एक सब्जेक्ट के तौर पर पढ़ाया जाता है। यह पहला मौका है, जब डीएसई में कोई संस्थान डिग्री कोर्स देने जा रहा है। आईसर चार साल की बैचलर ऑफ साइंस डिग्री देगा, जिसे छात्र बाद में एक साल के लिए बढ़ाकर बीएस-एमएस डबल डिग्री में भी तब्दील कर सकेंगे। आईसर भोपाल में फिलहाल 330 सीटों पर प्रवेश दिया जाता है, डीएसई कोर्स जुड़ने और ईडब्ल्यूएस छात्रों को जोड़ने पर 390 सीटों पर छात्रों को प्रवेश मिलेगा।
ऐसे मिलेगा एडमिशन
आईसर में चलने वाले कोर्स में तीन तरह से छात्रों को प्रवेश मिल सकता है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा आयोजित किए जाने वाले जेईई एडवांस परीक्षा में शीर्ष 10 हजार की रैंक वाले छात्र आईसर में प्रवेश पा सकते हैं। वहीं, छात्र किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना के तहत आयोजित होने वाली परीक्षा के माध्यम से भी प्रवेश पा सकते हैं। तीसरा तरीका, आईसर द्वारा आयोजित की जाने वाली प्रवेश परीक्षा है, इस परीक्षा में राज्य परीक्षा मंडल से पास शीर्ष के 1 प्रतिशत बच्चे हिस्सा ले सकते हैं। इस परीक्षा को पास करने वाले छात्र भी आईसर के कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं।