
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इस बार उत्तर प्रदेश की अमेठी के अलावा केरल की वायनाड सीट से भी चुनाव लड़ने जा रहे हैं. वरिष्ठ कांग्रेस नेता एके एंटनी ने रविवार को कहा कि देश की वर्तमान स्थितियों को देखते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मांग थी कि राहुल गांधी को दक्षिण भारत के किसी राज्य से भी लोकसभा चुनाव लड़ना चाहिए.वहीं सीपीएम ने कांग्रेस के इस फैसले पर नाराज़गी जाहिर की है. सीपीआईएम के पूर्व महासचिव प्रकाश करात ने इस फैसले के बैद कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा, “कांग्रेस का राहुल गांधी को वायनाड से लड़ाने का फैसला बताता है कि उनकी प्राथमिकता अब केरल में लेफ्ट से लड़ने की है. यह बीजेपी से लड़ने के लिए कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रतिबद्धता के खिलाफ है, केरल में एलडीएफ मुख्य ताकत है जो बीजेपी के खिलाफ लड़ रही है.”उन्होंने आगे कहा, “लेफ्ट के खिलाफ राहुल गांधी जैसा उम्मीदवार खड़ा करने का मतलब है कि कांग्रेस केरल में लेफ्ट को निशाना बनाने जा रही है. यह ऐसी चीज है जिसका हम पुरजोर विरोध करेंगे और इस चुनाव में हम वायनाड में राहुल गांधी की हार सुनिश्चित करने के लिए काम करेंगे”
Prakash Karat, CPI(M) ex-General Secy: Decision of Congress to field Rahul Gandhi from Wayanad shows their priority now is to fight against Left in Kerala. It goes against Congress' national commitment to fight BJP, as in Kerala it's LDF which is the main force fighting BJP there pic.twitter.com/S3AShzSQpZ
— ANI (@ANI) March 31, 2019
केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने भी कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, “वह 20 निर्वाचन क्षेत्रों में से एक पर लड़ रहे हैं और उन्हें अलग तरह से देखने की जरूरत नहीं है. हम उनसे लड़ेंगे. उन्हें ऐसी जगह से लड़ना चाहिए था जहां से बीजेपी लड़ रही है, यह और कुछ नहीं लेफ्ट के खिलाफ लड़ाई है.”बता दें राहुल गांधी उत्तर प्रदेश की अमेठी लोकसभा सीट पर राहुल गांधी का मुकाबला केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से है. स्मृति ने 2014 में भी राहुल के खिलाफ चुनाव लड़ा था, हालांकि वह हार गई थीं.