
(रिपोर्ट – इशिका सिंह)
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी की गरिमामय उपस्थिति में बदांयू में हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) के अग्रणी बायोमास-आधारित कंप्रेस्ड बायोगैस (सीबीजी) प्लांट का उद्घाटन किया। इस अवसर पर पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री रामेश्वर तेली, आंवला से संसद सदस्य धर्मेंद्र कश्यप, दातागंज से विधायक राजीव कुमार सिंह, बदायूं सदर से विधायक महेश चंद्र गुप्ता और एमओपीएनजी और यूपी सरकार के वरिष्ठ अधिकारी, एचपीसीएल के सीएमडी और एचपीसीएल के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यह प्लांट पर्यावरण संरक्षण और किसानों की आय बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सीबीजी प्लांट से पराली जलाने की समस्या का समाधान होगा। इसके अलावा, यह प्लांट किसानों के लिए अतिरिक्त आय का स्रोत भी होगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों को सीबीजी प्लांट लगाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने वर्चुअल रूप से जौनपुर में आईओसीएल द्वारा लगाए जा रहे नए सीबीजी प्लांट का भी शिलान्यास किया। यह प्लांट तहसील शाहगंज के विकास खंड सुईथाकला ग्राम गैरवाह में लगेगा। यह प्लांट 15 टन सीबीजी प्रतिदिन का उत्पादन करेगा। जौनपुर में कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जिलाधिकारी अनुज कुमार झा और विधायक शाहगंज रमेश सिंह ने बताया कि यह प्लांट पर्यावरण को लाभ पहुंचाएगा, नए रोजगार सृजित करेगा और डीजल-पेट्रोल पर निर्भरता कम करेगा। मुख्य विकास अधिकारी साईं तेजा सीलम ने बताया कि जनपद में अब तक हुए सभी एमओयू को धरातल पर उतारने के लिए सभी आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। उपायुक्त उद्योग हर्ष प्रताप सिंह ने बताया कि जनपद स्तर पर निवेशकों को सभी समस्याओं के निस्तारण के लिए प्रत्येक माह जिला निवेश प्रोत्साहन समिति की बैठक की जाती है।
सीबीजी प्लांट के निम्नलिखित लाभ हैं:
- यह पर्यावरण संरक्षण में मदद करता है।
- यह किसानों के लिए अतिरिक्त आय का स्रोत है।
- यह डीजल-पेट्रोल पर निर्भरता कम करता है।
सीबीजी प्लांट कैसे काम करता है?
सीबीजी प्लांट में फसलों की पराली, गोबर और अन्य जैविक अपशिष्टों को गैसीकरण प्रक्रिया द्वारा सीबीजी में परिवर्तित किया जाता है। सीबीजी एक गैस है जिसे वाहनों में ईंधन के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
उत्तर प्रदेश में सीबीजी प्लांटों की संख्या
उत्तर प्रदेश में वर्तमान में 10 सीबीजी प्लांट हैं। सरकार की योजना 2025 तक राज्य में 100 सीबीजी प्लांट स्थापित करने की है।