मकर संक्रांति पर्व पर काशी में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी।

By | January 14, 2024

(ब्यूरो रिपोर्ट समाचार भारती)

देशभर में मकर संक्रांति का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव की विशेष पूजा और उपासना की जाती है। मकर संक्रांति  के शुभ  अवसर पर बड़ी संख्या में गंगा समेत पावन नदियों में आस्था की डुबकी लगाते हैं। शास्त्रों में ऐसा वर्णन है कि मंकर संक्रांति के दिन सूर्य देव उत्तरायण होते हैं। आपको बता दें कि हर साल पौष महीने में सूर्य देव जब मकर राशि में प्रवेश करते हैं तब मकर संक्रांति मनाई जाती है। सनातन धर्म में उत्तरायण का बहुत अधिक महत्व है। मकर संक्रांति के दिन  दान-पुण्य पूजा, जप-तप, का विशेष महत्व है आपको बता दें कि मकर संक्रांति के दिन लोग पितरों को मोक्ष दिलाने के लिए  बहती हुई जलधारा में  तिलांजलि भी की जाती है। इसको करने से पितरो का आशीर्वाद मिलता है।

पवित्र मकर संक्रांति पर्व पर 14 जनवरी और 15 जनवरी को भारी संख्या में काशी में श्रद्धालुओं के गंगा स्नान हेतु आने का अनुमान है। इसी के दृष्टिगत जल पुलिस और एनडीआरएफ की टीमें सतर्क है और घाटों के किनारे रस्से आदि से बैरिकेडिंग की गई है। आज एसीपी दशाश्वमेध ने भी सुरक्षा इंतजामों का जायजा लिया। उन्होंने घाटों पर तैनात पुलिसकर्मियों से व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोपरि है। उन्होंने सभी पुलिसकर्मियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए।

डीसीपी, काशी जोन आरएस गौतम ने बताया कि मकर संक्रांति पर्व पर काशी में सुरक्षा व्यवस्था के लिए भारी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। घाटों पर बैरिकेडिंग की गई है और श्रद्धालुओं की आवाजाही पर नियंत्रण रखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं को भी सुरक्षा के नियमों का पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि गंगा स्नान करते समय सावधानी बरतें और गहराई में न जाएं।

श्रद्धालुओं को भी सुरक्षा के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:

  • गंगा स्नान करते समय जीवन रक्षक उपकरणों का उपयोग करें।
  • गहराई में न जाएं।
  • यदि आप तैरना नहीं जानते हैं तो किसी अनुभवी व्यक्ति के साथ जाएं।
  • घाटों पर भारी भीड़ होने पर धक्का-मुक्की से बचें।
  • यदि आप बीमार हैं या कोई पुराना रोग है तो गंगा स्नान करने से बचें।

मकर संक्रांति पर्व पर काशी में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए प्रशासन ने सभी आवश्यक इंतजाम किए हैं। श्रद्धालुओं को भी सुरक्षा के नियमों का पालन करके अपना और दूसरों का ध्यान रखना चाहिए।