
(रिपोर्ट – वार्शिका प्रजापति)
अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के बाद बालक राम के दर्शन के लिए देशभर से लाखों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम से अब तक करीब 15 लाख श्रद्धालुओं ने बालक राम के दर्शन कर लिए हैं। यह आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं। शनिवार को राम मंदिर परिसर का निरीक्षण करने पहुंचे आयुक्त गौरव दयाल, आईजी प्रवीण कुमार और डीएम नितीश कुमार ने बताया कि रोजाना करीब 2 से ढाई लाख लोग राम मंदिर में दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। पहले जहां एक साथ भीड़ मंदिर में प्रवेश कर रही थी, अब उसमें भी परिवर्तन हो रहा है। अब लोग ग्रुप में दर्शन करने पहुंच रहे हैं। आगे भी यही क्रम जारी रहने की उम्मीद है।
बालकराम के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए मंदिर ट्रस्ट ने बालकराम की आरती और दर्शन का समय बढ़ा दिया है। अब बालकराम की मंगला आरती सुबह 4:30 बजे, शृंगार आरती (उत्थान आरती) सुबह 6:30 बजे, भक्तों को दर्शन सुबह 7:00 बजे से, भोग आरती दोपहर 12:00 बजे, संध्या आरती शाम 7:30 बजे, रात्रि भोग 9:00 बजे और शयन आरती रात 10:00 बजे होगी। राम मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए मंदिर ट्रस्ट ने सभी जरूरी इंतजाम किए हैं। मंदिर परिसर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। इसके अलावा, श्रद्धालुओं के लिए पेयजल, शौचालय, पार्किंग आदि की भी व्यवस्था की गई है।
रामलला पर चढ़ रहा है रेकॉर्ड चढ़ावा
राम मंदिर में बालक राम के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ के साथ ही रामलला पर चढ़ावा भी रेकॉर्ड तोड़ रहा है।प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर पहुंचीं देशभर की हस्तियों ने श्रीराम के नए मंदिर के लिए दिल खोलकर दान किया. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास ने इस रकम को जोड़ा तो 22 जनवरी को मिला दान का आंकड़ा 3 करोड़ 17 लाख रुपए तक पहुंच गया. हालांकि, इस रकम में रामभक्तों की ओर से सीधे तीर्थ क्षेत्र के अकाउंट में ऑनलाइन भेजी गई रकम का आंकड़ा शामिल नहीं है। इसके बाद 24 जनवरी को 2.43 करोड़ रुपये, 25 जनवरी को 8.50 लाख रुपये और 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर 1.15 करोड़ रुपये का चढ़ावा मिला है। रामभक्त रामलला के दरबार में दिल खोलकर दान कर रहे हैं। ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से ही राम मंदिर में दान लिया जा रहा है। मंदिर ट्रस्ट ने बताया कि दान का उपयोग मंदिर के निर्माण और रखरखाव के लिए किया जाएगा।