
(रिपोर्ट – सुप्रिया पाठक)
अयोध्या में स्थित शबरी रसोई इन दिनों चर्चा में है। इसका कारण है इसकी महंगी चाय और टोस्ट। शबरी रसोई एक सरकारी योजना के तहत संचालित एक भोजनालय है, जो तीर्थयात्रियों और स्थानीय लोगों को सस्ते में भोजन उपलब्ध कराता है। लेकिन हाल ही में एक बिल वायरल हुआ, जिसमें एक चाय की कीमत 55 रुपये और एक टोस्ट की कीमत 65 रुपये बताई गई थी। इस बिल के वायरल होने के बाद अयोध्या विकास प्राधिकरण (एडीए) ने शबरी रसोई के प्रबंधन को नोटिस भेजा है। एडीए ने शबरी रसोई से 24 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है कि चाय और टोस्ट की कीमतें इतनी अधिक क्यों हैं।
शबरी रसोई के प्रबंधन ने कहा है कि चाय और टोस्ट की कीमतें बढ़ाने के लिए उन्हें मजबूर होना पड़ा है। उनका कहना है कि तीर्थयात्रियों की संख्या में वृद्धि के कारण उन्हें लागत बढ़ गई है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने 20 रुपये की चाय और 30 रुपये के टोस्ट की योजना बनाई थी, लेकिन उन्हें तीर्थयात्रियों से विरोध का सामना करना पड़ा। हालांकि, एडीए ने शबरी रसोई के प्रबंधन की इस बात को नहीं माना है। एडीए का कहना है कि तीर्थयात्रियों को सस्ते में भोजन उपलब्ध कराना शबरी रसोई का उद्देश्य है। एडीए ने शबरी रसोई को निर्देश दिया है कि वह चाय और टोस्ट की कीमतें कम करे। शबरी रसोई के मामले ने अयोध्या में सनसनी मचा दी है। इस मामले पर राजनीतिक दलों ने भी प्रतिक्रिया दी है। समाजवादी पार्टी ने कहा है कि शबरी रसोई में महंगी चाय और टोस्ट की बिक्री सरकार की विफलता है। कांग्रेस ने भी कहा है कि यह सरकार की लापरवाही है। फिलहाल अयोध्या विकास प्राधिकरण की फटकार के बाद शबरी रसोई प्रबंधन ने अपनी गलती मानते हुए चाय और टोस्ट के दाम अब काम कर दिए हैं।