
(ब्यूरो रिपोर्ट समाचार भारती)
- अयोध्या श्रीराम विश्वविद्यालय की स्थापना की उम्मीद
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा है कि ईश्वर से प्रार्थना की है कि अयोध्या में श्रीराम विश्वविद्यालय की स्थापना हो। इसके लिए कई निजी क्षेत्र के लोगों को आमंत्रित किया गया है। इस विश्वविद्यालय में श्रीराम साहित्य, रामचरितमानस व रामायण पर शोध केंद्र बनाया जाएगा।
- अयोध्या को देश के चारों कोनों से जोड़ने के लिए नई एयर कनेक्टिविटी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकारी आवास से विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोलकाता और बेंगलुरु से अयोध्या के लिए एयर इंडिया एक्सप्रेस फ्लाइट की शुरुआत की। नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि महज 17 दिन में अयोध्या को देश के चारों कोनों से जोड़ दिया गया है।
- रामभक्तों के लिए हेलिकॉप्टर से अयोध्या दर्शन की सुविधा शुरू
यूपी सरकार जल्द रामभक्तों को हेलिकॉप्टर से अयोध्या के दर्शन करवाएगी। पहले चरण में 6 जिलों गोरखपुर, वाराणसी, लखनऊ, प्रयागराज, मथुरा और आगरा से यह सेवा शुरू होगी। लोगों को राम मंदिर के हवाई दर्शन भी करवाए जाएंगे। प्रति श्रद्धालु किराया 3,539 रुपये होगा।
- 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन देश के केंद्रीय संस्थानों में आधे दिन की छुट्टी
सरकार ने 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन देश के केंद्रीय संस्थानों में आधे दिन की छुट्टी की घोषणा की है। सरकारी कार्यालयों और स्कूल-कॉलेज में सुबह से लेकर दोपहर ढाई बजे तक छुट्टी रहेगी। ऐसा इसलिए ताकि लोग रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लाइव देख सकें।
- 5 राज्यों में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन सार्वजनिक अवकाश
अब तक 5 राज्यों ने 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के दिन सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है। इनमें उत्तर प्रदेश, गोवा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और हरियाणा शामिल हैं। राजस्थान सरकार की कैबिनेट मीटिंग में 22 जनवरी को सरकारी अवकाश को लेकर फैसला होगा।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। 22 जनवरी को दोपहर 12:20 बजे से 1 बजे तक यह अनुष्ठान होगा। इस अनुष्ठान में देश भर से विद्वान आचार्यों और पुजारियों को आमंत्रित किया गया है। अनुमान है कि इस कार्यक्रम में लाखों श्रद्धालु शामिल होंगे। ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। मंदिर परिसर में सीसीटीवी कैमरों की निगरानी की जाएगी। इसके अलावा, भारी संख्या में पुलिस और सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया जाएगा।