लखनऊ: योगी सरकार 5 फरवरी को पेश करेगी बजट।

By | February 1, 2024

(ब्यूरो रिपोर्ट समाचार भारती)

मुख्य बिंदु:

  • खर्चों में कटौती और कमाई पर ज्यादा केंद्रित होगा बजट
  • राजकोषीय घाटा और उधारी का बोझ घटाया जाएगा
  • 2023-24 में राजकोषीय घाटा 174% का अनुमान
  • 2024-25 में राजकोषीय घाटा बढ़कर 186% तक हो सकता है
  • आगामी वित्तीय वर्ष में राज्य कर राजस्व 10.8% रहने का अनुमान

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार 5 फरवरी को अपना आगामी वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए बजट पेश करेगी। यह बजट खर्चों में कटौती और राजस्व में वृद्धि पर केंद्रित होगा। सरकार का लक्ष्य राजकोषीय घाटा और उधारी का बोझ कम करना है। 2023-24 में राजकोषीय घाटा 174% रहने का अनुमान है। अगले वित्तीय वर्ष में यह बढ़कर 186% तक हो सकता है। सरकार का लक्ष्य इसे कम करके 150% तक लाना है। आगामी वित्तीय वर्ष में राज्य कर राजस्व 10.8% रहने का अनुमान है। सरकार राजस्व बढ़ाने के लिए नए उपायों की घोषणा कर सकती है। सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और बुनियादी ढांचे जैसे क्षेत्रों पर भी ध्यान केंद्रित करेगी। बजट में युवाओं और महिलाओं के लिए भी कुछ योजनाओं की घोषणा की जा सकती है। यह बजट इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह उत्तर प्रदेश के विकास का मार्ग तय करेगा। यह बजट यह बताएगा कि सरकार राज्य के लोगों के लिए क्या योजना बना रही है। 5 फरवरी को बजट पेश होने के बाद, विधानसभा में इस पर बहस होगी। इसके बाद बजट को पारित किया जाएगा।