
भोपाल। मध्य प्रदेश की पूर्व बीजेपी सरकार में घोटालों के लिए बदनाम हुआ प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड व्यापम बंद होगा. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने व्यापम को बंद करने के लिए पंद्रह दिन का समय तय किया है. सीएम ने अफसरों को व्यापम बंद करने का प्रस्ताव पेश करने को कहा है.
सीएम ने चुनाव के पहले व्यापम को बंद करने व्यापम घोटाले की जांच के वचन पत्र के मुताबिक प्रोफेशनल एग्जाम संचालित करने वाली संस्था को खत्म करने की तैयारी कर ली है. मुख्यमंत्री ने अफसरों को व्यापम का जगह सरकारी सेवा में सीधी भर्ती के लिए नये सेटअप का प्रस्ताव भी तैयार करने को कहा है. दरअसल, व्यापम घोटाले में आठ से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी. ये घोटाला देश भर में बीजेपी की बदनामी का बड़ा कारण बना था. कमलनाथ सरकार ने अब व्यापम को बंद कर नया सिस्टम बनाने की तैयारी तेज कर दी है.
विधानसभा चुनाव में बनाया था मुद्दा-
बता दें कि प्रदेश के विधानसभा चुनाव के दौरान व्यापम को लेकर कांग्रेस ने शिवराज सिंह चौहान को घेरा था. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और वकील कपिल सिब्बल ने कहा था, ‘पहली बार जब्त हुए डेटा में व्यापम के माध्यम से प्रवेश कराने वाले सिफारिशकर्ता के तौर पर 48 बार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का नाम और मिनिस्टर वन, मिनिस्टर टू और मिनिस्टर थ्री के साथ-साथ पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती का नाम भी शामिल है, लेकिन सीबीआई उन्हें बचा रही है.’ कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि सीबीआई तथ्यों की अनदेखी कर रही है.