
नई दिल्ली। पिछले काफी समय से पड़ोसी देश की ओर से भारत में नकली नोट भेजने का सिलसिला पूरी तरह से ठप हो गया था. लेकिन पिछले कुछ वक्त से एक बार फिर भारत में नकली नोटों को खपाने का काम तेज हो गया है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने खुलासा किया है कि पाकिस्तान स्थित आईएसआई और डी-कंपनी ने सांठगांठ कर भारत में नकली नोट भेजने का काम फिर से शुरू कर दिया है. इसी के साथ एनआईए ने ये भी खुलासा किया है कि नकली नोट को भारत तक पहुंचाने के लिए आईएसआई और डी कंपनी ने नया रास्ता निकाला है, जिसके कारण उन्हें पकड़ना अब थोड़ा मुश्किल साबित हो रहा है.
हाल ही में नेपाल से पकड़े गए नकली नोट के गिरोह के सरगना यूनुस अंसारी की गिरफ्तारी से खुलासा हुआ है कि उसके संबंध आईएसआई और दाउद इब्राहिम के साथ भी हैं. अंसारी के साथ-साथ तीन और पाकिस्तानी नागरिकों को भी इस मामले में गिरफ्तार किय गया है. इन लोगों के पास से सात करोड़ रुपये के नकली नोट बरामद किए गए हैं.
एनआईए के अधिकारियों ने बताया है कि अंसारी से पूछताछ में पता चला है कि नकली नोट को भारत में भेजने के लिए अब नेपाल के रास्ते को न चुनकर बांग्लादेश का रास्ता चुना जा रहा है. बताया जा रहा है कि नकली नोट को भारत तक पहुंचाने के लिए बांग्लादेश से लगती पूर्वी सीमा का इस्तेमाल किया जा रहा है. गौरतलब है कि अभी तक नकली नोट को भारत में भेजने के लिए नेपाल के रास्ते का इस्तेमाल किया जाता था.