
मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव 2019 चार चरणों में होना है. पहले चरण का चुनाव 29 अप्रैल को होगा, जिसमें प्रदेश की 6 लोकसभा सीटों पर वोटिंग होगी. इसके बाद दूसरे चरण का चुनाव 6 मई को 7 लोकसभा सीटों पर होगा. प्रदेश में तीसरे चरण का चुनाव 12 मई को होगा, जहां 8 सीटों पर मतदान होगा. मध्यप्रदेश में अंतिम चरण का चुनाव 19 मई को होगा. इस दिन प्रदेश के 8 सीटों पर वोटिंग होगी.
पहले चरण में 20 राज्यों की 91 सीटें, दूसरे चरण में 13 राज्यों की 97 सीटें, तीसरे चरण में 14 राज्यों की 115 सीटें, चोथे चरण में 9 राज्यों की 71 सीटें, पांचवे चरण में 7 राज्यों की 51 सीटें, छठे चरण में 7 राज्यों की 59 सीटें और सातवें चरण में 8 राज्यों की 59 सीटों पर चुनाव होगा.
पहले चरण में 20 राज्यों की 91 सीटें, दूसरे चरण में 13 राज्यों की 97 सीटें, तीसरे चरण में 14 राज्यों की 115 सीटें, चोथे चरण में 9 राज्यों की 71 सीटें, पांचवे चरण में 7 राज्यों की 51 सीटें, छठे चरण में 7 राज्यों की 59 सीटें और सातवें चरण में 8 राज्यों की 59 सीटों पर चुनाव होगा।
कर्नाटक, मणिपुर, राजस्थान, त्रिपुरा में दो चरणों में मतदान होंगे. असम और छत्तीसगढ़ में तीन चरणों में चुनाव होंगे. झारखंड, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और ओडिशा में चार चरणों में मतदान होगा. जम्मू कश्मीर में पांच चरणों, जबकि बिहार, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में सात चरणों में चुनाव होंगे.
भारत के निर्वाचन आयोग ने आज लोकसभा चुनावों के तारीखों का ऐलान कर दिया है. मध्य प्रदेश में लोकसभा की 29 सीटें हैं. इस समय मध्य प्रदेश की 24 सीटों पर बीजेपी कब्जा है. तीन सीट पर कांग्रेस ने जीत हासिल की थी, जबकि दो सीटें देवास और खजुराहो अभी खाली हैं. पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान राज्य में शिवराज की अगुवाई वाली बीजेपी की सरकार थी, जबकि अब कमलनाथ की अगुआई वाली कांग्रेस सरकार है. ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि इस बार राज्य में सत्ताधारी कांग्रेस कितनी सीटें जीतती और बीजेपी कितनी सीटों पर अपना कब्जा बरकरार रख पाती है.