भोपाल। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में हुए घोटाले की जांच तेज हो गई है. इस घोटाले के मुख्य आरोपी बताए जा रहे पूर्व कुलपति बी के कुठियाला पर आर्थिक अपराध शाखा ( ईओडब्ल्यू) ने शिकंजा कस दिया है. कुठियाला को 11 जून को पूछताछ के लिए तलब किया गया है. एमसीयू में आर्थिक अनियमितताओं को लेकर शासन स्तर पर जांच टीम का गठन किया गया था. इस टीम की रिपोर्ट के आधार पर ईओडब्ल्यू ने नियुक्ति सहित आर्थिक गड़बड़ी के मामले में पूर्व कुलपति बीके कुठियाला समेत 20 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. ईओडब्ल्यू ने एमसीयू से तमाम दस्तावेज और सबूत भी जुटाए थे.ईओडब्ल्यू 10 घंटे तक कर सकती है पूछताछ मुख्य आरोपी कुठियाला को ही माना जा रहा है. इसलिए ईओडब्ल्यू ने उनसे पूछताछ के लिए एक स्पेशल टीम बनाई है. ये टीम करीब दस घंटे तक कुठियाला से पूछताछ कर सकती है. पूछताछ के लिए सौ से ज्यादा सवालों की सूची भी तैयार की गई है. ईओडब्ल्यू ने शासन की इंटरनल इन्क्वायरी कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर कुठियाला समेत 20 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.बड़े पैमाने पर नियुक्ति करने का है आरोप प्रो. कुठियाला पर आरोप है कि पत्रकारिता विश्वविद्यालय में कुलपति रहते आर्थिक अनियमितता सहित टीचिंग पदों पर मनमर्जी से बड़ी संख्या में भर्ती की. इन्होंने न सिर्फ आरएसएस से जुड़े संगठनों व उनसे जुड़े लोगों को उपकृत किया बल्कि व्यक्तिगत लाभ लेने के लिए विश्वविद्यालय का पैसा खर्च किया. सूत्रों ने बताया है कि ईओडब्ल्यू दस्तावेजों और सबूतों के साथ पूछताछ करेगी.