
भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में हाई वोल्टेज ड्रामा जारी है। दरअसल, यहां आयकर विभाग की टीमों ने रविवार तड़के मुख्यमंत्री कमलनाथ के ओएसडी (विशेष कार्याधिकारी) प्रवीण कक्कड़ और अन्य लोगों के भोपाल और इंदौर स्थित निजी आवास और अन्य ठिकानों पर छापे मारे। आयकर विभाग की छापामारी में आमतौर पर स्थानीय पुलिस की मदद ली जाती है, लेकिन यहां केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के हथियारबंद जवानों की भी तैनाती देखी गई।
प्रवीण कक्कड़ के सहयोगी अश्विन शर्मा के घर के बाहर पुलिस और सीआरपीएफ अधिकारी आमने-सामने आ गए। भूपिंदर सिंह, सिटी एसपी भोपाल ने कहा, ‘आयकर और चल रहे छापे से हमारा कोई लेना-देना नहीं है। यह एक आवासीय परिसर है, अंदर ऐसे लोग हैं जिन्हें चिकित्सा सहायता की आवश्यकता है, वे मदद के लिए स्थानीय एसएचओ को बुला रहे हैं। उन्होंने छापेमारी के कारण पूरे परिसर को बंद कर दिया है।’
#WATCH Bhopal: Argument breaks out between CRPF and Madhya Pradesh Police officials outside the residence of Ashwin Sharma, associate of Praveen Kakkar (OSD to Madhya Pradesh CM, where Income Tax raids are underway. #MadhyaPradesh pic.twitter.com/ltXNnESE3b
— ANI (@ANI) April 7, 2019
Bhupinder Singh, City SP Bhopal: We've nothing to do with Income Tax & the ongoing raid. It's a residential complex, there are people inside who need medical assistance, they are calling the local SHO for help. They have closed the entire complex because of raid. #MadhyaPradesh pic.twitter.com/ljmrm06kox
— ANI (@ANI) April 7, 2019
वहीं प्रदीप कुमार, सीआरपीएफ अधिकारी ने कहा, ‘मध्य प्रदेश पुलिस हमें काम नहीं करने दे रही है, वे हमें गालियां दे रहे हैं। हम केवल अपने सीनियर्स के आदेशों का पालन कर रहे हैं। सीनियर्स ने हमें किसी को भी अंदर नहीं जाने देने के लिए कहा है। कार्यवाही जारी है, इसीलिए हम किसी को अंदर नहीं जाने दे रहे हैं। केवल अपना कर्तव्य निभा रहे हैं।’
Pradeep Kumar, CRPF Official: Madhya Pradesh Police aren't letting us work, they're hurling abuses at us. We're only following orders of our seniors. Seniors have asked us to not let anybody in. Proceedings are on, that’s why we're not letting anybody in; only performing our duty pic.twitter.com/i2jVyLKJfu
— ANI (@ANI) April 7, 2019
लोकसभा चुनावों की बढ़ती सरगर्मियों के बीच मारे गये आयकर छापों में संदिग्ध निवेश के दस्तावेजों के साथ बड़ी मात्रा में नकदी बरामद होने की भी खबरें हैं। कक्कड़, राज्य पुलिस सेवा के पूर्व अधिकारी हैं। उन्हें गत दिसंबर में सूबे में कांग्रेस सरकार के गठन के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ का ओएसडी नियुक्त किया गया था। हालांकि, लोकसभा चुनावों की घोषणा होने से पहले ही कक्कड़ ने अपने इस पद से इस्तीफा दे दिया था।
कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा, ‘जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। यह सब चुनाव के समय हो रहा है। क्या कोई एजेंसी बीजेपी के पास यह जांचने के लिए गई है कि करोड़ों रुपए कैसे खर्च किए जा रहे हैं? उनके लिए कोई सीबीआई, आयकर और ईडी नहीं है।’