
(ब्यूरो रिपोर्ट समाचार भारती)
लखनऊ. उत्तर प्रदेश के वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने 28 फरवरी 2024 को लखनऊ में वित्तीय प्रबंध प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान परिसर में पेंशन निदेशालय के नवीन भवन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर वित्त मंत्री ने कहा कि पेंशनर्स की पेंशन समय से निस्तारित की जाए, यह हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने निदेशालय में कार्यरत कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें बुजुर्गों की सेवा का अवसर मिला है। उन्होंने ट्रेजरी को संबोधित करते हुए कहा कि हमें ऐसा मैकैनिज्म बनाना होगा कि पेंशनर्स या उनके आश्रितों को दी जाने वाली पेंशन में किसी तरह की त्रुटि न हो। वित्त मंत्री ने अपने उदबोधन में कहा कि आवश्यक पत्रावलियों / अभिलेखों के अभिरक्षण हेतु इन्दिरा भवन में स्थापित पेंशन निदेशालय में पर्याप्त स्थान उपलब्ध न होने के कारण अपेक्षाकृत एक वृहद् स्थान की आवश्यकता काफी समय से महसूस की जाती रही थी। राज्य सरकार अपने सेवानिवृत कार्मिकों को अनुमन्य सेवानिवृत्तिक लाभ जैसे पेंशन, ग्रेच्युटी राशिकरण सहित अन्य देयकों का भुगतान समय से दिलाये जाने हेतु कृत संकल्प है।
पेंशनर्स के जीवन की संध्या को उर्जावान और गतिमान बनाए रखने के लिए सरकार द्वारा अनेक प्रयास किये गए हैं। पेंशन स्वीकृति की केंद्रीयकृत व्यवस्था के स्थान पर मण्डल स्तर पर पेंशन स्वीकृति की विकेन्द्रीकृत व्यवस्था प्रदेश में लागू की गयी । पेंशन भुगतानादेश जारी करने की प्रक्रिया को और अधिक सुगम एवं प्रभावी बनाए जाने हेतु पेंशन स्वीकृति से लेकर पेंशन भुगतान की व्यवस्था को पूर्णतया ऑनलाइन कर दिया गया है । इस प्रणाली में पेंशन स्वीकृति की सूचना पेंशनर को ईमेल एवं मोबाइल द्वारा प्रदान किये जाने की व्यवस्था है। वर्तमान में यह निदेशालय इंदिरा भवन के आठवें तल पर क्रियाशील था, लेकिन आवश्यक पत्रावलियों, अभिलेखों के अभिरक्षण के लिए पर्याप्त स्थान न होने के कारण इसे वित्तीय प्रबंध प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान परिसर में स्थानांतरित किया गया है। इस प्रशासनिक भवन का जीर्णोद्धार लोक निर्माण विभाग द्वारा एक करोड़ की लागत से कराया गया है। वर्तमान समय में ई पेंशन सिस्टम के माध्यम से ऑनलाइन पेंशन प्राधिकार पत्र निर्गत करने की कार्यवाही की जा रही है।
उम्मीद है कि यह नवीन भवन पेंशनर्स को बेहतर सुविधाएं प्रदान करेगा और उन्हें पेंशन प्राप्त करने में किसी तरह की परेशानी नहीं होगी।