चित्रकूट पर्यटन का एक महत्वपूर्ण स्थल है राम शैया।

By | February 23, 2024

(ब्यूरो रिपोर्ट समाचार भारती )

चित्रकूट.   राम शैया चित्रकूट पर्यटन का एक महत्वपूर्ण स्थल है। यह वह स्थान है जहाँ भगवान राम और माता सीता ने वनवास के दौरान विश्राम किया था। मान्यता है कि जब भरत जी राम जी से मिलने चित्रकूट पहुंचे, तब राम जी और सीता जी राम शैया में विश्राम कर रहे थे। भरत जी ने अपना धनुष रखा और उन्हें प्रणाम किया। राम शैया में आज भी वह चट्टान मौजूद है जो अपने आप में राम जी के पद चिन्हों को संजोए हुए है। चट्टान में धनुष और बाण के निशान भी आज भी देखे जा सकते हैं। राम जी के जटाओं (केशों) के निशान और भरत जी का धनुष भी आज भी अंकित है। राम शैया के दर्शन करने के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं। यह स्थान धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है।

राम शैया की कुछ विशेषताएं:

  • यह स्थान यह स्थान कामदगिरि पर्वत के शिखर पर स्थित है के शिखर पर स्थित है।
  • यहाँ एक प्राचीन मंदिर है जहाँ भगवान राम, माता सीता और भरत जी की मूर्तियाँ स्थापित हैं।
  • मंदिर के पास एक कुंड है जिसे ‘राम कुंड’ कहा जाता है।
  • मान्यता है कि इस कुंड में स्नान करने से पापों का नाश होता है।

राम शैया चित्रकूट पर्यटन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह स्थान धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है। यदि आप चित्रकूट जा रहे हैं तो राम शैया के दर्शन अवश्य करें। एक कथा के अनुसार, जब भगवान राम वनवास में थे, तब उन्होंने चित्रकूट में एक चट्टान पर विश्राम किया था। इस चट्टान को ‘राम शैया’ कहा जाता है। एक अन्य कथा के अनुसार, जब भरत जी राम जी से मिलने चित्रकूट पहुंचे, तब राम जी और सीता जी राम शैया में विश्राम कर रहे थे। भरत जी ने अपना धनुष रखा और उन्हें प्रणाम किया। मान्यता है कि राम शैया में जो चट्टान है, उसमें राम जी के पद चिन्ह, धनुष और बाण के निशान और राम जी के जटाओं (केशों) के निशान आज भी मौजूद हैं। राम शैया एक पवित्र स्थान है और यह धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है। यदि आप चित्रकूट जा रहे हैं तो राम शैया के दर्शन अवश्य करें।