रामपुर रज़ा लाइब्रेरी से अयोध्या धाम भेजी गई फारसी रामायण।

By | January 22, 2024

(ब्यूरो रिपोर्ट समाचार भारती)

रामपुर रज़ा लाइब्रेरी ने अयोध्या में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर फारसी में अनुवादित रामायण की 5 प्रतियां भेजी हैं। यह रामायण 300 साल पुरानी है और प्रसिद्ध साहित्यकार सुमेर चंद्र द्वारा लिखी गई थी। रामायण के प्रत्येक पृष्ठ को सोने और कीमती पत्थरों से सजाया गया है। रामपुर रज़ा लाइब्रेरी उत्तर प्रदेश के रामपुर शहर में स्थित एक प्रसिद्ध लाइब्रेरी है। इस लाइब्रेरी में कई दुर्लभ पांडुलिपियां और किताबें हैं। फारसी में अनुवादित रामायण भी इनमें से एक है।

इस रामायण का अनुवाद 1713 ईस्वी में मुगल शासक फर्रुखसियर के शासनकाल में किया गया था। इस अनुवाद में संस्कृत रामायण के सभी 24,000 श्लोक शामिल हैं। रामपुर रज़ा लाइब्रेरी के लाइब्रेरियन अबुसाद इस्लाही ने बताया कि यह रामायण भारतीय संस्कृति और साहित्य के लिए एक महत्वपूर्ण धरोहर है। उन्होंने कहा कि इस रामायण को अयोध्या में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर भेजना एक सार्थक पहल है। इस रामायण की प्रतियां अयोध्या के जिलाधिकारी रविंद्र मांदड़ और शहर विधायक आकाश सक्सेना द्वारा भेजी गई हैं।