
नई दिल्ली। मनी लॉन्ड्रिंग केस के एक मामले में रॉबर्ट वाड्रा प्रवर्तन निदेशालय (ED) के दफ्तर पहुंचे. यहां उनसे 5 घंटे तक पूछताछ हुई. सूत्रों के मुताबिक, रॉबर्ट वाड्रा से 40 से ज़्यादा सवाल पूछे गए. इस दौरान वाड्रा ने लंदन में किसी भी तरह की संपत्ति होने से इनकार किया. उन्होंने यह भी कहा कि उनका संजय भंडारी से कोई लेना-देना नहीं है. भंडारी सिंटेक इंटरनैशन के मालिक हैं और वाड्रा की इनसे दोस्ती रही है. मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी वाड्रा से गुरुवार सुबह 10:30 बजे फिर से पूछताछ करेगी.
रॉबर्ट वाड्रा को प्रवर्तन निदेशालय (ED) के दफ्तर छोड़ने के लिए प्रियंका गांधी भी गई थी. हालांकि, प्रियंका रॉबर्ट को ईडी दफ्तर छोड़ने के बाद कांग्रेस मुख्यालय चली गई. रॉबर्ट वाड्रा के सवाल पर उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया को पता है कि क्या हो रहा है.
पिछले हफ्ते कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तारी से बचने के लिए पटियाला हाउस कोर्ट में अर्जी लगाई थी. जहां उन्हें 16 फरवरी तक के लिए अंतरिम जमानत मिल गई थी.
रॉबर्ट वाड्रा ने अपनी याचिका में कहा था कि उन्हें जान-बूझकर कर निशाना बनाया जा रहा है और झूठे मुकदमे चलाए जा रहे हैं. उनका कहना है कि ये सब राजनीति से प्रेरित है. वाड्रा ने कहा था कि वे कानून का पालन करने वाले नागरिक हैं.
क्या था पूरा मामला?
ये मामला लंदन के 12, ब्रायनस्टन स्क्वेयर स्थित 19 लाख पाउंड (करीब 17 करोड़ रुपये) की एक प्रॉपर्टी की खरीदारी में कथित मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा हुआ है. ईडी का दावा है कि इस संपत्ति के असल मालिक वाड्रा हैं. मनी लॉन्ड्रिंग केस के तहत ईडी मनोज अरोड़ा से भी पूछताछ कर रही है. फिलहाल मनोज अरोड़ा की गिरफ्तारी पर पटियाला हाउस ने 6 फरवरी तक अंतरिम रोक लगा दी है.