
रिपोर्ट-इशिका सिंह
देश में लोकसभा चुनावों की सरगर्मियां तेज होती जा रही हैं. झारखंड भी इससे अछूता नहीं है. यहां बीजेपी बड़े जोर-शोर से जीत की तैयारी में है. इसके लिए रणनीति बननी शुरू हो गई है. झारखंड से लोकसभा की 14 की 14 सीटें जीतने के लिए बीजेपी तीनों पूर्व मुख्यमंत्रियों को मैदान में उतार सकती है. ताकि सबसे अनुभवी और बड़े स्तर और नेताओं से जीत की गारंटी पक्की हो जाए. यहीं नहीं, इसके उनके लोकसभा सीटों के साथ-साथ आसपास की सीटों पर प्रभाव पड़े. झारखंड बीजेपी लोकसभा चुनाव में प्रदेश की सभी 14 सीटों पर जीत के लिए रणनीति बनाने में जुटी हुई है. माना जा रहा है कि तीनों पूर्व मुख्यमंत्रियों को चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है.
(फाइल फोटो)
कौन कहां से हो सकता है प्रत्याशी?
लोकसभा चुनाव में बीजेपी झारखंड में हार की कोई भी आशंका नहीं रखना चाहती इसलिए वो तीनों पूर्व मुख्यमंत्रियों बाबूलाल मरांडी, अर्जुन मुंडा और रघुवर दास को लोकसभा चुनाव के मैदान में उतारने वाली है. ऐसे में अर्जुन मुंडा का एक बार फिर संसदीय चुनाव लड़ना निश्चित है. इन तीनों पूर्व मुख्यमंत्रियों को चुनाव मैदान में उतारने का एक बड़ा मकसद यह भी है कि झारखंड विधानसभा चुनावों में पीएम मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ा जाएगा. मीडिया रिपोर्टस की मानें तो बाबूलाल मरांडी को कोडरमा, दुमका गिरिडीह, अर्जुन मुंडा को खूंटी और रघुवंर दास को चतरा से लोकसभा का चुनाव लड़वाया जा सकता है.
पिछले चुनाव को अगर बात करें तो बीजेपी ने गिरिडीह सीट अपने सिटिंग एमपी रविंद्र पांडेय का टिकट काटकर आजसू के उम्मीदवार को यहां से चुनाव लड़वाया था. अबकी बार माना यह जा रहा है कि बीजेपी अपने पास यह सीट रखने वाली है. वहीं डूमरी सीट को लेकर आजसू के केंद्रीय प्रवक्ता देवशरण भगत का कहना है कि यहां से एनडीए का उम्मीद्वार मैदान में उतरेगा. हालांकि यहां अभी स्पष्ट नहीं है कि यहां से बीजेपी का उम्मीदवार मैदान में उतरेगा या फिर आजसू का. यानि बीजेपी सभी 14 लोकसभा सीटों पर पूरे दमखम से उतरने की तैयारी में है.