
नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) ने गुरूवार (20 जून) को बताया कि अरुणाचल प्रदेश में दुर्घटनाग्रस्त विमान एएन-32 ( IAF AN-32) में सवार सभी 13 लोगों के शव घटनास्थल से बरामद कर लिए गएं हैं। इसमें 6 जवानों के शव और बाकी 7 जवानों के सिर्फ अवशेष ही मिल सके हैं। बता दें कि यह जानकरी आईएएफ द्वारा घोषणा किए जाने के लगभग एक हफ्ते बाद आई कि उन्हें क्रैश साइट से एक कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर मिला है। IAF AN-32 विमान ने असम के जोरहाट से 3 जून को उड़ान भरी थी इसके आधे घंटे बाद से ही वह लापता हो गया था।
बता दें कि एएन-32 ने 3 जून को असम जोरहाट एयरबेस से उड़ान भरी थी लेकिन इसके आधे घंटे बाद ही उसका रडार से संपर्क टूट गया था। इसके बाद वायुसेना ने हफ्तों इस विमान की तलाश की लेकिन खराब मौसम के चलते उसे सफलता हाथ नहीं लगी। इस बीच 11 जून को वायुसेना को करीब 12,000 फीट की गहराई में अरुणाचल प्रदेश के सियांग जिले के एक गांव में विमान का मलबा दिखाई दिया था। वायुसेना के अधिकारियों के मुताबिक, इस तलाशी अभियान में भारी बारिश और अन्य कारणों से कोई हेलीकाप्टर उड़ान नहीं भर पा रहा था। जिसके चलते विमान को खोजने में काफी दिक्कत हुई। हालांकि गुरुवार को आईएएफ ने बताया कि हमने इस हादसे में सभी 13 सैनिकों के शव बरामद कर लिए हैं। इसमें 6 के शव और 7 जवानों के अवशेष मिले हैं।
हादसे कुल 13 जवानों की मौत हुई है। इनमें विंग कमांडर जीएम चार्ल्स, स्क्वाड्रन लीडर एच विनोद, फ्लाइट लेफ्टिनेंट एमके गर्ग, फ्लाइट लेफ्टिनेंट एस मोहंती, फ्लाइट लेफ्टिनेंट ए तंवर, फ्लाइट लेफ्टिनेंट थापा, वारंट ऑफिसर केके मिश्रा, सार्जेंट अनूप कुमार, कॉर्पोरल शेरिन, लीडिंग एयरक्राफ्टमैन एसके सिंह और लीडिंग एयरक्राफ्टमैन पंकज समेत गैर लड़ाकू कर्मचारी पुतली और राजेश कुमार शामिल हैं।