
छिंदवाड़ा: राजनीति की विरासत आज के दौर में भला कौन सा नेता आगे नहीं बढ़ाना चाहेगा भले वंशवाद के कितने ही आरोप न लगाए जाएं. जब अधिकतर नेता अपने बेटे, बेटियों, भाई, रिश्तेदारों को आगे बढ़ाने में लगे तो किसी राज्य का सीएम भला कैसे पीछे रहना चाहेगा. लोकसभा के चुनावों ऐन मौके पर एक और नेता ने अपने बेटे को पॉलिटिक्स में लॉन्च कर दिया है. एमपी के सीएम कमलनाथ ने बुधवार को अपने संसदीय क्षेत्र से बेटे नकुलनाथ को अपनी लोकसभा सीट की जिम्मेदारी सौंपने की बात कह दी है. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि छिंदवाड़ा की जिम्मेदारी अब नकुलनाथ को सौंप रहा हूं और अगर वह काम नहीं करें तो यहां के लोगों को उनके कपड़े फाड़ने का अधिकार है.
उन्होंने कहा, “मुझ पर प्रदेश की जिम्मेदारी है, छिंदवाड़ा की जिम्मेदारी (बेटे) नकुलनाथ को दे रहा हूं. इनको पकड़कर रखिएगा, काम न करें तो इनके कपड़े फाड़िएगा.” कमलनाथ छिंदवाड़ा के अपने तीन दिवसीय दौरे के दौरान मंगलवार शाम यहां आयोजित आदिवासी सम्मेलन हंसी-मजाक के मूड में थे.
कमलनाथ ने आगे कहा, “वर्ष 2019 से हम नई दिशा में बढ़ेंगे, जहां विकास कार्यो की जरूरत है, उसे पूरा किया जाएगा. अभी लोग बाहर से आते हैं और छिंदवाड़ा के विकास कार्य को देखते हैं. हमारी इच्छा है कि विभिन्न क्षेत्रों के आदिवासी समुदाय के लोग भी यहां आएं और देखें कि इस क्षेत्र के आदिवासियों का कितना विकास हुआ है, यह इतिहास हमें बनाना है.”
बता दें कि कमलनाथ सोमवार को तीन दिवसीय प्रवास पर छिंदवाड़ा पहुंचे थे. बुधवार को उनके प्रवास का अंतिम दिन है. बीते दो दिनों के दौरान उन्होंनें विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लिया.