
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की सालाना अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा ग्वलियर में शुरू हो गई है. केदारपुर धाम में आयोजित 3 दिन तक चलने वाली बैठक का शुभारम्भ आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने किया. बैठक में आरएसएस के सर कार्यवाह भैया जी जोशी के साथ ही देशभर के 1700 पदाधिकारी और प्रमुख कार्यकर्ता शामिल हो रहे हैं.
उद्घाटन सत्र को संघ प्रमुख मोहन भागवत ने संबोधित किया. सह सरकार्यवाहक मनमोहन वैद्य ने पत्रकार वार्ता में बताया कि बैठक में दो प्रस्ताव आए हैं, पहला प्रस्ताव सबरीमाला मंदिर को लेकर और दूसरा कुटुम्ब व्यवस्था को लेकर है. इसमें हिन्दू भक्तों पर हो रही ज्यादती पर चर्चा होगी. साथ ही देश में पारिवारिक विघटन को रोकने और संयुक्त परिवार की परंपरा को बढ़ाने को लेकर चर्चा होगी. उन्होंने कहा कि इस साल संघ के कार्यकर्ता सामाजिक परिवर्तन की दिशा में काम करेंगे. ग्रामीण विकास और सामाजिक समरसता बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की इस बैठक में बीजेपी की तरफ से राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी हिस्सा लेंगे. यह बैठक 8 मार्च से 10 मार्च तक चलेगी. इसकी तैयारियों को लेकर गुरुवार को सरकार्यवाह भैयाजी जोशी, सह सरकार्यवाह सुरेश सोनी, दत्तात्रेय होसबोले, डॉ. मनमोहन वैद्य व अन्य पदाधिकारियों की एक उच्च स्तरीय बैठक हुई थी, जिसमें तैयारियों को अंतिम रुप दिया गया था.
बता दें कि आरएसएस की यह बैठक हर साल ‘वर्ष प्रतिपदा’ से पहले आयोजित की जाती है. संघ कार्यों के विषय में निर्णय लेने वाली इस सर्वोच्च संस्था की बैठक में कार्य विस्तार, पिछले वर्ष के कार्यक्रमों के क्रियान्वयन, कार्य दृढ़ीकरण व आने वाले साल के कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से चर्चा की जाती है.