
नयी दिल्ली। देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) में चालू वित्त वर्ष के शुरूआती नौ महीने (अप्रैल – दिसंबर 2018) के दौरान कुल 7,951.29 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले हुए हैं। बैंक ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। एसबीआई ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि ये सभी खाते बहुत पहले ही एनपीए बन गए थे और अधिकतर पोर्टफोलियो के लिए पहले से ही 100 प्रतिशत का प्रावधान दिया गया है।
इसके अलावा , हम प्रावधान में अंतर को पूरा करने के लिए हर तिमाही में नए धोखाधड़ी के मामलों में अतिरिक्त प्रावधान करते हैं। इस संबंध में , सभी धोखाधड़ी से जुड़े मामलों में निर्धारित दिशानिर्देशों का पालन कर रहे हैं। ऋण वसूली न्यायाधिकरण और अन्य तंत्र के माध्यम से वसूली के लिए भी समाधान प्रक्रिया चल रही है।
बैंक ने बताया कि पहली तिमाही में कुल 723.06 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के 669 मामले सामने आए। दूसरी तिमाही में 4832.42 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी से संबंधित 660 प्रकरण प्रकाश में आए। तीसरी तिमाही में 2395.81 करोड़ रुपये की बैंकिंग धोखाधड़ी के 556 मामले सामने आए हैं।
#SBI finds a Rs 7951 crore hole in its book https://t.co/v7XUATCVs5
— Economic Times (@EconomicTimes) February 27, 2019