
वाशिंगटन : अनुचित व्यापार के तरीके को लेकर डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने भारत को चेतावनी दी है कि वह कुछ ‘अतिरिक्त कार्रवाई’ कर सकता है। भारत के तरजीही व्यापार व्यवस्था (जीएसपी) समाप्त करने के बाद अमेरिका ने कहा है कि दोनों देशों के बीच इस मुद्दों पर कोई प्रगति नहीं हुई है। साथ ही यह भी कहा है कि यही वजह है कि उसे अतिरिक्त कार्रवाई जैसा कदम उठाना पड़ सकता है। मालूम हो कि भारत अमेरिका के दशकों पुराने जीएसपी कार्यक्रम का लाभार्थी रहा है। अमेरिकी संसद के आंकड़ों के अनुसार इस कार्यक्रम की वजह से भारत ने वर्ष 2017 में अमेरिका को 5.7 अरब डॉलर की शुल्क मुक्त वस्तुओं का निर्यात किया था।
भारत एक बड़ी अर्थव्यवस्था
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने 5 जून से भारत को दिए जाने वाले जीएसपी को समाप्त करने की घोषणा की थी। अब अमेरिका के व्यापार प्रतिनिधि रॉबर्ट लाइटहाइजर ने यह चेतावनी दी है।
लाइटहाइजर ने बुधवार को कहा था, ‘‘हमने भारत को लेकर चिंता में काफी समय खर्च कर दिया है। भारत एक बड़ी अर्थव्यवस्था है और यह आगे और बड़ी होगी। यह अमेरिका के किसानों और कंपनियों के लिए एक बड़ा अवसर है। यह कहने के बावजूद हमारी उनके साथ काफी समस्याएं हैं। हाल के महीनों में हमने यह मुद्दा उनके साथ उठाया है।’’
हम इन मुद्दों पर कोई प्रगति नहीं कर सके
लाइटहाइजर ने अमेरिकी संसद में कहा कि ट्रंप प्रशासन ने पिछले कुछ माह के दौरान जीएसपी की समीक्षा की है। उसके बाद राष्ट्रपति ने जीएसपी को वापस लेने का फैसला किया है। उन्होंने कहा, ‘‘हम इन मुद्दों पर कोई प्रगति नहीं कर सके हैं। कई महीनों तक इसका प्रयास किया गया, लेकिन कोई प्रगति नहीं हुई।’’
गौरतलब है कि लाइटहाइजर का यह बयान ऐसे समय में आया है जब अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो 25 से 27 जून तक भारत यात्रा पर जा रहे हैं।