
जबलपुर की गन कैरेज फैक्ट्री खमरिया में तैयार की गयी स्वदेशी धनुष तोप अब देश की रक्षा के लिए तैयार है. तोपों की पहली खेप गन कैरेज फैक्ट्री आज सेंट्रल ऑर्डनेंस डिपो को सौंप रहा है. फ्लैग ऑफ सेरेमनी के बाद तोपें यहां से रवाना कर दी जाएंगी. धनुष तोप बोफोर्स से भी ज़्यादा ताकतवर है. ये 38 किमी तक मार कर सकती है, जबकि बोफोर्स तोप की मारक क्षमता सिर्फ 32 किमी है.
जबलपुर के लिए आज गौरव का दिन है. धनुष तोप आज सेना को सौंपी जा रही हैं. धनुष तोपों को बोफोर्स तोपों का स्वदेशी संस्करण कहा जाता है. ये तोपें जबलपुर की गन कैरेज फैक्ट्री में तैयार की गयी हैं. पूरी तरह स्वदेशी इन तोपों को आज गन कैरेज फैक्ट्री सेंट्रल ऑर्डनेंस डिपो को सौंपा जा रहा है. GCF को कुल 114 तोपों का ऑर्डर मिला है. इनमें से पहली खेप में आज 6 तोपें सेंट्रल ऑर्डनेंस डिपो को दी जाएंगी. इसके लिए यहां बाकायदा फ्लैग ऑफ सेरेमनी होगी.