
मध्य प्रदेश की भोपाल लोकसभा सीट से बीजेपी की प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा ने कहा है कि यदि उनके बयान से किसी को ठेस पहुंची है तो वो उसे वापस लेती हैं. साध्वी प्रज्ञा ने कहा, ‘मुझे लगता है कि इससे (हेमंत करकरे से जुड़ा बयान) देश के दुश्मनों को फायदा हो रहा है, इसलिए मैं अपना बयान वापस लेती हूं और माफी मांगती हूं. यह मेरी निजी पीड़ा थी.’
इससे पहले साध्वी प्रज्ञा के ATS प्रमुख रहे हेमंत करकरे पर सियासी तूफान खड़ा होने के बाद उनकी पार्टी बीजेपी ने इससे किनारा कर लिया है. बीजेपी ने कहा है कि यह उनका (साध्वी प्रज्ञा) निजी बयान है.
दरअसल, साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने यह कहा था कि 26/11 के मुंबई हमले में शहीद हुए एटीएस चीफ हेमंत को उनके कर्मों की सजा मिली है. उनके कर्म ठीक नहीं थे, इसलिए उन्हें संन्यासियों का श्राप लगा था. साध्वी ने कहा, ‘जिस दिन मैं जेल गई थी उसके 45 दिन के अंदर ही आतंकियों ने उसका अंत कर दिया.’
भोपाल में मीडिया से बात करते हुए साध्वी प्रज्ञा ने कहा, ‘एटीएस मुझे 10 अक्टूबर 2008 को सूरत से मुंबई लेकर गई थी. वहां मुझे 13 दिन तक बंधक बनाकर रखा गया. पुरुष एटीएसकर्मियों ने इस दौरान मुझे खूब प्रताड़ित किया. पूर्व एटीएस चीफ हेमंत करकरे को संन्यासियों का श्राप लगा और मेरे जेल जाने के करीब 45 दिन बाद ही वह 26/11 के आतंकी हमले का शिकार हो गए.’