
भोपाल। ई-सिगरेट और फ्लेवर्ड हुक्का जैसे मादक पदार्थों के संबंध में राज्य सरकार ने एडवायजरी जारी की है, जिसमें इलेक्ट्रॉनिक निकोटिन डिलीवरी सिस्टम के निर्माण, बिक्री और आयात को रोकने को कहा गया है। इस संबंध में सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन द्वारा भी इलेक्ट्रॉनिक निकोटिन डिलीवरी सिस्टम के विनिर्माण, बिक्री, आयात और विज्ञापन की अनुमति नहीं देने को कहा गया है।
यह जानकारी स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री तुलसी सिलावट ने मंगलवार को विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा के सवाल के लिखित जवाब में दी। मंत्री ने बताया कि सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन के अनुरोध के बाद प्रदेश के वरिष्ठ औषधि निरीक्षक, वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी, सभी औषधि निरीक्षकों और खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को कार्रवाई करने के दिशा-निर्देश दिए गए हैं। हालांकि मंत्री यह स्पष्ट नहीं कर सके कि साधारण सिगरेट की तुलना में ई-सिगरेट और फ्लेवर्ड हुक्का ज्यादा हानिकारक हैं या नहीं।
प्रदेश में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी
विधायक सुशीलकुमार तिवारी के सवाल का लिखित जवाब देते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने माना कि प्रदेश में विशेषज्ञ और पोस्ट ग्रेजुएट डॉक्टरों की कमी है। उन्होंने बताया कि अब तक 106 रिटायर डॉक्टरों ने संविदा आधार पर चिकित्सकीय सेवाएं देने की सहमति दी है। यदि वांछित संख्या में सहमतियां नहीं मिली तो भी अतिथि या निजी डॉक्टरों से सेवाएं लेने का फिलहाल कोई विचार नहीं है।
शाजापुर जिले में 302 किसानों के ऋण किए गए माफ
प्रदेश सरकार ने शाजापुर जिले के 302 किसानों के ऋण माफ किए हैं और दो-दो लाख रुपए का ऋण माफ किया गया है। यह जानकारी सामान्य प्रशासन मंत्री डॉ. गोविंद सिंह ने मंगलवार को विधायक इंदरसिंह परमार के सवाल के लिखित जवाब में दी। मंत्री ने बताया कि जय किसान फसल ऋण माफी योजना के तहत 302 किसानों के खातों में कुल छह करोड़ चार लाख रुपए दिए गए हैं।