
मुम्बई। शेयर बाजार में फिर से तेजी लौटने लगी है. पिछले एक महीने में सेंसेक्स 6 फीसदी से ज्यादा उछल चुका है. वहीं, छोटी कंपनियों वाले स्मॉलकैप इंडेक्स में 9 फीसदी से ज्यादा के रिटर्न दिए हैं. इस पर एक्सपर्ट्स कहते हैं कि ज्यादातर लोग अपने पैसे पर ज्यादा से ज्यादा रिटर्न (मुनाफा) चाहते हैं, लेकिन शेयर बाजार में सीधे निवेश करने में ज्यादा रिस्क होता है. वहीं, FD में निवेश करने में रिस्क भले से ही न हो पर उसमें कम ब्याज मिलता है. ऐसे में जो लोग ज्यादा रिस्क भी नहीं लेना चाहते और अच्छा रिटर्न चाहते हैं, उनके लिए म्यूचुअल फंड में निवेश करना एक अच्छा विकल्प हो सकता है. अगर आप भी इसका फायदा उठाना चाहते हैं तो हम आपको कुछ ऐसे ही ऑप्शन बता रहे हैं.आपको बता दें कि पिछले एक महीने के दौरान शेयर बाजार में आई तेजी के चलते लार्जकैप के मुकाबले स्मॉलकैप म्यूचुअल फंड स्कीम ने ज्यादा रिटर्न दिया है.
स्मॉलकैप म्यूचुअल फंड स्कीम में पैसा लगाना क्यों हैं बेहतर- बड़े फंड मैनेजर्स का मनाना है कि आने वाले दिनों में घरेलू म्यूचुअल फंड स्कीम में लार्ज कैप के मुकाबले ज्यादा तेजी आएगी. एक्सपर्ट्स का कहना है कि स्मॉलकैप सेगमेंट में वैल्यूएशन आकर्षक हो गया है, लेकिन निवेशकों को एसेट एलोकेशन को ध्यान में रखते हुए ही पैसा लगाना चाहिए.
अगर पहले आपने इस सेगमेंट में कम निवेश किया है, तो अभी उसे बढ़ाया जा सकता है. यह भी याद रखें कि स्मॉल कैप सेगमेंट में काफी उतार-चढ़ाव होता है. इस सेगमेंट में सिर्फ एसआईपी के जरिये ही निवेश करना चाहिए. इससे आप लंबे समय में बड़े रिटर्न हासिल कर पाएंगे.जिन लोगों ने पिछले एक से डेढ़ साल में स्मॉल कैप फंड्स में एसआईपी शुरू की है, वे अभी घाटे में होंगे. ऐसे लोगों को एसआईपी जारी रखना चाहिए. लॉन्ग टर्म में उन्हें मायूसी नहीं होगी.
एक्सपर्ट्स कहते हैं कि जो लोग लॉन्ग टर्म (लंबी अवधि) में मोटा रिटर्न पाना चाहते हैं, उन्हें सिर्फ मिडकैप फंड्स के भरोसे नहीं रहना चाहिए. स्मॉल कैप फंड्स से कहीं अधिक वेल्थ जेनरेट किया जा सकता है. हालांकि, निवेशकों को उन्हीं स्मॉल कैप फंड्स में पैसा लगाना चाहिए, जिनका लंबा ट्रैक रिकॉर्ड रहा है. साथ ही, इनमें पोर्टफोलियो का 20 फीसदी से अधिक इनवेस्टमेंट नहीं करना चाहिए.
ये दो फंड्स हो सकते हैं बेहतर ऑप्शन
Franklin India Smaller Companies Fund- फ्रेंकलिन इंडिया स्मॉलर कंपनीज फंड, 2005 में लॉन्च हुआ. यह ओपन एंडेडे स्मॉल कैप फंड है. ये मिडकैप और स्मॉल कैप कंपनी में अपनी एसेट्स निवेश करते हैं. ये कंपनी लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करती है. पिछले 10 साल में इस एसेट ने 11 से 22 फीसदी का रिटर्न दिया है.
रिलायंस स्मॉल कैप फंड ने पिछले 10 सालों में 27 फीसदी का रिटर्न दिया है. इस लॉन्ग टर्म फंड्स हैं और कम से कम 5000 रुपये से इस फंड में निवेश किया जा सकता है. इस फंड में इक्विटी और डेट दोनों में निवेश किया जाता है.