धर्म को लेकर क्यों है ओबामा के दोहरे मापदंड ?

By | June 29, 2023

रिपोर्ट-इशिका सिंह

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान वहां के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा कि अमेरिकी प्रेसिडेंट जो बाइडन को भारत में मुस्लिम अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का मुद्दा उठाना चाहिए। बराक ओबामा एक डेमोक्रेट लीडर हैं। बाइडन भी हैं। डेमोक्रेटिक पार्टी की विचारधारा वामपंथी है। मोदी जिस पार्टी का प्रतिनिधित्व करते हैं, हम जानते हैं कि यह एक राष्ट्रवादी पार्टी है। ऐसे में ओबामा की तरफ से जो बयान आया, उसके पीछे राजनीतिक कारण हो सकते हैं।

(फाइल फोटो)

वहीं भारतीय रक्षा मंत्री और वित्त मंत्री ने कहा कि जब ओबामा स्वयं राष्ट्रपति थे, तो यमन, सीरिया और अन्य तमाम मुस्लिम देशों में उन्होंने आतंकवाद से लड़ाई के नाम पर क्या किया, यह पूरा विश्व जानता है। एबटाबाद में अमेरिका ने बड़ा ऑपरेशन करके अलकायदा चीफ को मार दिया था। ऐसे में यह याद रखना चाहिए कि धर्म विशेष और वैश्विक समस्याओं को आपस में जोड़ना सही नहीं है। यह बात ओबामा के लिए भी समझने की है कि जब आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई की बात होगी, तब भारत सरकार वहां किसी का धर्म, पंथ या जाति देखकर एक्शन नहीं लेगी। जम्मू और कश्मीर में भारत सरकार जो कुछ भी कर रही है, देश के एक-एक नागरिक की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए कर रही है। यह आतंकवाद के विरुद्ध अभियान का हिस्सा है। ऐसे में हम किसी धर्म विशेष को बीच में नहीं ला सकते।