अनुप्रिया पटेल ओमप्रकाश राजभर ने भाजपा को पूर्वांचल मे बिगाड दिया खेल 2027 मे अब आसान हो गई सपा कांग्रेस की मेल
बाहुबली का पूर्वांचल मे बचा नही कोई असर
खास रिपोर्ट
पूर्वांचल के लोकसभा रण भाजपा के गण मे सेंध लग गई अपना दल नेता मिर्जापुर सांसद अनुप्रिया पटेल व कैबिनेट मंत्री अोम प्रकाश राजभर दवारा अगडे समाज खासकर राजाओं क्षत्रपो टिप्पणी से नाराजगी बढी जहाँ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जीत का आंकडा गिरा वह राहुल गांधी अखिलेश यादव से भी कम मतो से जीते वही वाराणसी से लगी चंदौली से कैबिनेट मंत्री डा महेन्द्र नाथ पांडेय हार गए स्वय अपना दल नेता प्रत्याशी रार्बसगंज सीट से रिंकी कौल की लाखो मत से हार ने चौका दिया चर्चा तो यह है कि भदोही सांसद डॉ विनोद कुमार बिंद अनुप्रिया पटेल से ज्यादा मतो से जीते किंतु उनके समर्थक मानते अनुप्रिया के गलत भाषणों अहंकार से पार्टी को नुकसान उठाना पडा.2019 मे भाजपा ने लोकसभा मे हारी 16
सीटो पर हार को लेकर राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल को ही खासकर जिम्मेदारी दी थी उसमे
1 अमरोहा व दूसरी जयंत चौधरी गठबंधन प्रत्याशी ने बिजनौर रणनीति से भले जीत लिया हो पर 14 सीटो पर करारी शिकस्त मिली फिलहाल भाजपा के प्रयास को झटका लगा .
बाहुबली धनंजय सिह को लेकर भाजपा घिरती नजर आई जौनपुर मे भाजपा ने महाराष्ट्र के पूर्व ग्रहराज्य मंत्री कृपा शंकर सिह को मैदान मे उतारा धनंजय सिह को जेल हुई फिर जमानत मिली फिर बसपा से उनकी पत्नी श्री कला रेड्डी लोकसभा मे नामांकन किया फिर बसपा से टिकट वापसी कराया गया लेकिन दबाब के धनंजय सिह की कूटनीति धनंजय फैक्टर
की कृपा पर कृपा नहीं हुई चर्चा यह भी कि जब जिला पंचायत अध्यक्ष पद हेतु भाजपा ने नीलम रमेश सिह को उतारा था लेकिन अनुप्रिया आशीष पटेल ने ऐन वक्त पर सीट अपना दल एस के गठबंधन मे लेकर चक्रव्यूह मे पूर्व सांसद कुंवर हरिवंश की बहू को फंसा दिया फिर अपना दल एस प्रत्याशी सहित भाजपा संगठन ने नीलम को हरवाया यह प्रदेश भर मे चर्चा रही की अपना दल माफियाअो की पोषक रही है
अोम प्रकाश राजभर को लेना भाजपा की बडी भूल
अोम प्रकाश राजभर को लेना भाजपा की बडी भूल माना जा रहा जिस सीट घोसी से कैबिनेट मंत्री दारा सिह बुरी तरह हारे थे वही सीट पर अोम प्रकाश राजभर का बेटा अरबिन्द राजभर 1 लाख लगभग 63 हजार मतो से बुरी तरह हारा सुहेलदेव को लेकर भी पूर्वांचल मे विवाद है वैस क्षत्रिय उनको अपना मानते तो राजभर उनको भर समाज का मानते यह विवादास्पद मामला सुर्खियों मे .
डॉ संजय निषाद का विवादित वयान से राम भक्त नाराज थे कैबिनेट मंत्री डॉ संजय निषाद से क्षत्रियों मे नाराजगी की खास वजह उनका विवादित वयान की प्रभु श्री राम खीर खाकर पैदा हुए कोई खीर य आम खाकर पैदा होता लगभग 1 लाख करारी हर उनके पुत्र सांसद प्रवीण निषाद को हार का सामना करना पडा.
क्यों खिसका अनुप्रिया पटेल अोम प्रकाश राजभर व डॉ संजय निषाद से उनका मतदाता अपना दल नेता मान सिह पटेल मानते कि अनुप्रिया पिता संस्थापक स्व सोनेलाल पटेल हत्याकांड की सीबीआई जांच क्यो नही कराती उनकी बहिन पल्लवी पटेल भी मांग उठा चुकी वही कार्यकर्ताओं मे निराशा है कि पति पत्नी मंत्री बन जाते लेकिन संगठन पदाधिकारियों को क्या मिला यही वजह जनाधार अब उनका दिखाई नही पडा .अोम प्रकाश राजभर भी समाज को सम्मान न देकर परिवाद मे घिरे है मुख्यमंत्री से उनका छतीस का आंकडा इसलिए संगठन कमजोर हो गया निषाद पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष पर भी परिवार वाद की पार्टी का आरोप कई बार लगा कि स्वय अपने बेटे को भाजपा चुनाव चिन्ह से लडवाते बेटे बहू को ही पार्टी के महत्वपूर्ण पद व उनका बढ़ाने मे लगे कद कार्यकर्ताओं ने निराशावाद फिलहाल छोटे छोटे दलो का खेल सपा कांग्रेस गठबंधन ने घराशाही कर दिया .
अब बाहुबली का असर नही पूर्वांचल मे बाहुबली का एक लम्बे समय तक असर था लेकिन मौजूदा 2024 मे धनंजय सिह ठाकुर अभय सिह बृजेश सिह विनीत सिह का भी कितना असर प्रधानमंत्री की कम मतो की जीत से सच सामने आ गया वही
डॉ महेन्द्र नाथ पांडेय की हार से साफ हो गया कि जनाधार नही अब असर इनका बेअसर सिर्फ सत्ता संरक्षण मे फल फूल रहे
जयंत चौधरी को मंच पर स्थान न देने से जाट लैंड कही नाराज
एनडीए गठबंधन मे अपनी पार्टी विचारधाराओं से हटकर समझौता किया लेकिन कल जो घटनाक्रम हुआ अलग अलग चर्चाए कि मंच पर दो सीट जितने वाला घटक दल को मंच पर सम्मान नही मिला.
भारतीय किसान यूनियन भानु व अन्य संगठनो ने सपा कांग्रेस की राह आसान बनाई
फिलहाल तो संगठन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शपथ सरकार गठन के बाद लोकसभा नतीजो की समीक्षा करेगा लेकिन भाजपा का सबसे भरोसेमंद साथी ठाकुर भानु प्रताप सिह का विरोध उनके सहयोगी संगठन पूरन सिह सहित खासकर अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा करणी सेना सहित क्षत्रियों की नाराजगी का असर उत्तर भारतीय मुम्बई महाराष्ट्र तक रहा राष्ट्रीय संगठन मंत्री इंजीनियर भुवनेश्वर सिह ने कहा कि 21 छोटे छोटे दलो को हमने संरक्षण दिया मतलब निकल गया तो पहिचानते नही हमको जातियवादी कहा जाता यह सब अवसरवादी खतरनाक है दल बदल कानून कमजोरियों का भी जिक्र किया वही मिशन 2027 को लेकर जल्द बैठक लखनऊ मे होगी भुवनेश्वर सिह ने कहा कि उनका संकल्प हम सिंतम्बर मे हरिवंश सिह राघवेन्द्र सिह राजू एवम क्षत्रिय सहयोगी संगठनो संग उत्तर प्रदेश मे क्षत्रिय जोडो यात्रा निकालने की तैयारी मे .
मनीष गुप्ता
समाचार भारतीय