
(ब्यूरो रिपोर्ट समाचार भारती)
स्पाइसजेट और एअर इंडिया पर खराब मौसम में पायलट्स की ड्यूटी लगाने में लापरवाही बरतने के लिए लगाए गए को सही ठहराया जा सकता है। खराब मौसम में फ्लाइट्स की उड़ान और लैंडिंग एक चुनौतीपूर्ण काम होता है। इस दौरान पायलट्स के पास विशेष कौशल और प्रशिक्षण होना चाहिए। CAT-3 की ट्रेनिंग प्राप्त पायलट्स के पास कम विजिबिलिटी के दौरान भी सुरक्षित लैंडिंग कराने का कौशल होता है। एअर इंडिया और स्पाइसजेट ने खराब मौसम के बावजूद CAT-3 की ट्रेनिंग प्राप्त पायलट्स को ड्यूटी पर नहीं लगाया। इससे ज्यादातर फ्लाइट्स लेट और डायवर्ट हुईं। इससे यात्रियों को काफी परेशानी हुई।
खराब मौसम में पायलट्स की ड्यूटी लगाने में लापरवाही बरतने को लेकर स्पाइसजेट और एअर इंडिया पर 30-30 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है। यह जुर्माना दोनों एयरलाइंस को एक सबक सिखाएगा कि वे भविष्य में ऐसी लापरवाही न करें। खराब मौसम में फ्लाइट्स को सुरक्षित लैंडिंग कराने के लिए CAT-3 ट्रेनिंग ले चुके पायलट की आवश्यकता होती है। इन पायलट्स को कम विजिबिलिटी के दौरान भी फ्लाइट की सुरक्षित लैंडिंग कराने की ट्रेनिंग दी जाती है। स्पाइसजेट और एअर इंडिया ने खराब मौसम के बावजूद CAT-3 ट्रेनिंग ले चुके पायलट को ड्यूटी पर नहीं लगाया, जिससे कई फ्लाइट्स लेट और डायवर्ट हो गईं। इससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
इस जुर्माने से दोनों एयरलाइंस को यह भी समझना चाहिए कि यात्रियों की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता होनी चाहिए। खराब मौसम में फ्लाइट्स को सुरक्षित लैंडिंग कराने के लिए पर्याप्त सावधानी बरतना जरूरी है। इस जुर्माने के बाद उम्मीद है कि स्पाइसजेट और एअर इंडिया भविष्य में ऐसी लापरवाही नहीं करेंगे। वे खराब मौसम में फ्लाइट्स को सुरक्षित लैंडिंग कराने के लिए सभी जरूरी सावधानियां बरतेंगे। साथ ही, सरकार को भी इस मामले में सख्त कदम उठाने चाहिए। सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी एयरलाइंस खराब मौसम में फ्लाइट्स को सुरक्षित लैंडिंग कराने के लिए पर्याप्त सावधानियां बरतें।