उत्तर प्रदेश से लेकर महाराष्ट्र तक चर्चा मे पूर्व सांसद कुंवर हरिवंश सिह

By | June 8, 2024

उत्तर प्रदेश से लेकर महाराष्ट्र तक चर्चा मे पूर्व सांसद कुंवर हरिवंश सिह
क्षत्रियों उत्तर भारतियो की नाराजगी का असर साफ दिखाई दिया
नई चुनौतियों के बीच भाजपा
पूर्व सांसद जितेन्द्र सिह

 

2024 मे मजबूत विपक्ष
अठारहवीं लोकसभा मे भाजपा का उत्तर प्रदेश मे ही नही महाराष्ट्र मे खिसकता जनाधार भाजपा के लिए भविष्य मे बडे खतरे का संदेश है हालांकि चुनाव से पहिले राम भक्त क्षत्रियों के नेता पूर्व सांसद कुंवर हरिवंश सिह ने प्रदेश अध्यक्ष से लेकर रक्षामंत्री राजनाथ सिह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित परिवहन मंत्री दयाशंकर सिह को क्षत्रियों की समस्याओं पर एक पैनल प्रधानमंत्री गृहमंत्री जी से मिलवाने के लिए कहा था किंतु भाजपा ब्रज प्रांत क्षेत्रीय अध्यक्ष दुर्गिविजय शाक्य ने उनसे चुनाव लडने को तैयार रहने को कहा था बाद मे हरिवंश को मौका दिया नही जाहिर है 48 लाख क्षत्रिय परिवार अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा से जुडा हुआ है लेकिन मुम्बई मे जब भाजपा की हालात खराब देखे तो कुंवर हरिवंश सिह का वयान आया कि 2 करोड महाराष्ट्र का उत्तर भारतीय यदि राज ठाकरे को भाजपा साथ लेकर चलेगी तो विरोध संम्भव फिलहाल हर प्रयास पर कुंवर हरिवंश सिह की अनदेखी उत्तर प्रदेश ही नही देश के करोड़ों क्षत्रियों पर पडी हालाँकि कुंवर हरिवंश सिह की नाराजगी प्रधानमंत्री य गृहमंत्री से नही बल्कि उनके सिपहसलाकारो से रही जो हर सूचनाए नजर अंदाज करते रहे.फिलहाल उत्तर प्रदेश मे भाजपा उसके सहयोगी दलो का प्रदर्शन बहुत खराब हुआ पश्चिमी मे 14 सीटो मे 7 सीटे कानपुर प्रांत मे 10 मे 4 सीटे वही फर्रुखाबाद को लेकर क्या हुआ सब जानते वही ब्रज प्रदेश मे 13 मे 8 सीटे काशी मे 14 मे सिर्फ 4
अवधप्रांत मे 16 मे 7 सीटे ही जबकि गोरखपुर प्रांत 13 मे 6
पर सिमिट गई जबकि इसी वर्ष प्रभु राम मंदिर का निर्माण कर पूर्ण होकर रामलला विराजमान हुए.अयोध्या हार जाना भाजपा के लिए बहुत दुखद रहा फिलहाल चर्चा यह भी है कि नौकरशाही के हावी होने से विधायकगण संगठन के कैडर कार्यकर्ताओं असंतोष है
भाजपा का आत्म मंथन का समय.जनादेश को स्वीकार करने के साथ 2027 की तैयारी मे सपा कांग्रेस का फोकस है वही भाजपा मे को संगठन से लेकर अब अपने विधायक गणो जनप्रतिनिधियो को महत्व देना चाहिए सिर्फ फोटो खिचाने से काम पदाधिकारियों का नही चलने वाला दल बदल कर जो अन्य दलो से बडी संख्या मे नेतागण जनप्रतिनिध आए भी उनको भाजपा की नीति रीति से न चलना कैडर कार्यकर्ताओं मे निराशा बनी वही भाजपा के युवा वीरांगना पूर्व सैनिक प्रकोष्ठो को सहित तरजीह उतनी नही दिखी
क्षेत्रीय दलो नेताओं के अनर्गल बयान भी हार का कारण केन्द्रीय मंत्री रुपाला के बयान के बाद तीसरे चरण मैदान मे क्षत्रपो की नाराजगी थमती तब तक अपना दल नेता अनुप्रिया पटेल का बयान फिर उनके समर्थन मे रामदास अठावले का वयान कैबिनेट मंत्री अोम प्रकास राजभर की टिप्पणीसूची से जहाँ जहा जिन सीटो पर इन नेताओं का बयान हुअा भाजपा की हार का सबसे बडा कारण बना इन सभी दलो का अस्तित्व खतरे मे जनमानस मानता यह परिवादी पाट्रिया अपना अवसर देखती.
फिलहाल अब मोदी सरकार की जगह नया जनादेश एनडीए गठबंधन सरकार 9 जून को शपथ ले रही हैभारतीय किसान यूनियन
भानु राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप सिह मानते है कि उनको अहंकार के चलते कभी अमित शाह ने मिलने का समय नही दिया कुंवर हरिवंश सिह जैसे व्यक्ति को टिकट मांगने की जरूरत उन्होंने कहा कि किसानो नौजवानों बेरोजगारो अग्निवीर जैसे मुद्दों सहित एमएसपी पर सरकार क्या निर्णय लेगी इंतजार मंत्रीमंडल गठन के बाद रहेगा .