
ब्यूरो रिपोर्ट समाचार भारती-
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव श्री राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि भाजपा सरकार समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी द्वारा मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ने की खबरों से बुरी तरह डरी हुई है और अपनी आसन्न पराजय देखकर वह विपक्ष को बदनाम करने की कुचेष्टा कर रही है। भाजपा को याद रखना चाहिए कि लोकराज लोकलाज से ही चलता है। उसे दांव पर लगाकर भाजपा अपनी साख को बट्टा लगा रही है।
यह बात तो जग जाहिर है कि भाजपा को सबसे ज्यादा चिंता समाजवादी पार्टी को लेकर है जिसके नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव की बेदाग छवि और जनता में असीम लोकप्रियता है। उनसे खनन के मामले में पूछतांछ करने की धमकी शुद्ध राजनीतिक स्वार्थ साधने की मंशा और राजनीतिक बदले की भावना से बदनीयती की कार्रवाई ही मानी जायेगी। सत्ता का घोर दुरूपयोग करने में भाजपा ने सभी रिकार्ड तोड़ दिए हैं।
राज्य के अस्पतालों में मरीजों के साथ हो रही लापरवाही, दवाओं की कमी तथा मरीजों को आवश्यक सुविधाएं मिलने में आनाकानी आदि की चिंता न कर सीबीआई की पैरोकारी करने वाले मंत्री जी को मर्यादित आचरण करना चाहिए। लोकतंत्र में संयत भाषा और व्यवहार की सीख भाजपा नेतृत्व को अपने मंत्रियों को देना चाहिए। श्री अखिलेश यादव ने तो स्पष्ट कहा है कि वह सीबीआई की पूछतांछ का जवाब देने को तैयार हैं। उन्हें कोई डर नहीं है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सुमित गुर्जर, राजभर और जितेन्द्र यादव का फर्जी एनकाउण्टर हुआ। जितेन्द्र यादव और सुमित गुर्जर का नोएडा में, सुमित कुमार का बागपत में और मथुरा में तीन एनकाउण्टर हुए बागपत के चिरचिटा निवासी सुमित की 3 अक्टूबर 2017 को मुठभेड़ दिखाकर हत्या की गई। जबकि उसकी कोई अपराधिक पृष्ठभूमि नहीं थी। निर्दोषों की हत्या की साजिश का खुलासा भी हो रहा है। 8 अक्टूबर 2017 को समाजवादी पार्टी ने राज्यपाल महोदय को ज्ञापन देकर इन एनकाउण्टरों की सीबीआई जांच की मांग की थी। इसके बावजूद इन फर्जी एनकाउण्टरों की सीबीआई जांच भाजपा सरकार नहीं मान रहीं है।
भाजपा इस प्रकार की घिनौनी राजनीति करने में अव्वल है और चुनावी साजिशें करके वह अपनी ही छवि धूमिल कर रही है। देष की जनता भाजपा की वादा खिलाफी और फरेब से भली भांति परिचित हो गई है। उसके मन का आक्रोश 2019 के चुनावों में जनविस्फोट के रूप में प्रदर्शित होगा। जनता भाजपा को ऐसा सबक सिखाएगी कि 50 साल सत्ता में बने रहने का सपना चकनाचूर हो जाएगा।
श्री अखिलेश यादव ने अपने मुख्यमंत्रित्वकाल में पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ जन विकास कार्य किये हैं। बस यही भाजपा को खटकता है और इसी से भाजपा घबराकर रागद्वेष पर उतर आयी है।