होली पर लें संकल्प एकता का: राघवेंद्र सिंह राजू

By | March 13, 2025

खाड़ी से पहाड़ी तक
भिन्न-भिन्न राज्य, भिन्न प्रांत, भिन्न भाषाएं और लोग…
जातीय उपजातियां में
समाज बड़े स्तर पर बांटा गया है
हजारों की संख्या में राजपूताना संगठन बने पर क्षत्रिय धर्म
समाज सर्वोपरि समाज को सम्मान दिलाने में कामयाब नहीं हुए क्योंकि आपसी एकता एक साथ बैठने वह चर्चा करने से कतराते हैं हाल मैंने 10 प्रदेशों में
स्थानीय स्तर पर चल रहे संगठन के मुखियाओं से बात की यह भी प्रस्ताव दिया कि संगठन की एकता के लिए मुझे अपना पद का त्याग भी करना पड़ेगा मैं तैयार हूं ।।। सबने इच्छा
जाहिर की खुला निर्वाचन हो
22 जून को खुला निर्वाचन भी मैंने घोषित कर दिया ।।।
29 प्रदेशों के लोगों को निमंत्रण भी साधारण डाक से भेजा जाएगा हमें गांव- स्तर पर
शाखाओं का चलना, बढ़ना
कैडर कार्यकर्ताओं को तैयार
कर संगठन काम करने हेतु प्रेरित करना होगा अवसरवादी नहीं अन्य भले हमें जातिवादी कहे क्षत्रिय धर्म राष्ट्र का है, राष्ट्र के लिए और राष्ट्र हित मे हैं।
होली पर हम सब सामूहिक एकता का संकल्प ले ।। कुर्सी पाने से नहीं दायित्व निभाने से
समाज को सर्वोपरि मानकर कार्य करना होगा ।।। सच परेशान हो सकता है पराजित नहीं ।।।
मिशन क्षत्रिय