
लव जिहाद…यह शब्द जितना चर्चित है, उतना ही विवादित भी।पिछले दिनों दी केरला स्टोरी ने इस मामले पर प्रकाश डाला है। जिसको लेकर फिल्म काफी चर्चा में बानी हुई है। कई लोगों का मान ना है की फिल्म लोगों को गुमराह कर रही है और भाजपा का एक प्रोपेगंडा है लेकिन कुछ ऐसे मामले आये दिन सामने आ रहे है जो अपने आप में एक सवाल है की क्या यह वाक़ई में प्रोपोगंडा है या इसमे छुपी है सच्चाई।
(फाइल फोटो)
यूपी में पिछले 1 महीने के अंदर 4 ऐसे मामले सामने आए, जहां धर्म छिपाकर प्रेम करने का मामला खुला। शाहजहांपुर में गर्भवती लड़की की मौत हो गई। लखनऊ में संगठित तरीके से लड़कियों को फंसाने वाले 4 गिरफ्तार हुए। आगरा में नाम बदलकर प्रेम किया। अश्लील वीडियो से ब्लैकमेल करके धर्म परिवर्तन करवाया। शादी की और अब तीन तलाक दे दिया।लव जिहाद दो शब्दों से मिलकर बना है। लव मतलब प्यार। इसकी परिभाषा की जरूरत नहीं। यह एक गहरा और खुशनुमा एहसास है। वहीं जिहाद शब्द का जन्म इस्लाम के साथ हुआ। यह अरबी भाषा का शब्द है। इस्लाम के जानकारों के मुताबिक किसी मकसद को पूरा करने के लिए अपनी पूरी शक्ति लगा देना और उसे हासिल कर लेने को ही जिहाद कहा जाता है। हालांकि इस शब्द सरकारी रजिस्टर में कहीं जिक्र नहीं है। यूपी सरकार ने जो कानून बनाया उसमें भी कहीं लव जिहाद का जिक्र नहीं।
(फाइल फोटो)
जहाँ एक ओर योगी सरकार राम मंदिर के भरोसे हिन्दुओं का विश्वास जीतते दिख रही है तो वहीं लव जिहाद को लेकर यूपी में किसी भी तरह का कानून सरकार द्वारा लागू नहीं किया गया है। ऐसे में क्या यूपी की बहिन बेटियां सुरक्षित हैं ? यह अपने आप में एक बहुत बड़ा सवाल है।
इशिका सिंह की रिपोर्ट।