ब्यूरो चीफ़ आरिफ़ मोहम्मद कानपुर
कानपुर, कल्याणपुर में निजी हॉस्पिटल संचालक पर परिजनों ने अधिक बिल बनाने का आरोप लगाते हुए हंगामा काटना शुरु कर दिया। परिजनों का कहना हैं कि हॉस्पिटल मालिक लाखों रुपये जमा कर चुके हैं। लेकिन मरीज की हालत में कोई सुधार होता नहीं दिख रहा है।
और पैसे की मांग लगातार कर रहे हैं।
कन्नौज जिले के तिर्वा गांव बारापुर गांव निवासी सत्य प्रकाश एक किसान हैं परिवार में पत्नी अरुण प्रभा, बेटा मनोज हैं। पीड़ित मनोज ने बताया कि पिता सत्य प्रकाश को निमोनिया के चलते कल्याणपुर के निजी हॉस्पिटल न्यू पाल्स में दिनांक….. को भर्ती कराया था। वहां मौजूद हॉस्पिटल संचालक डा0 महेंद्र वर्मा ने पिता की हॉलत गम्भीर होने की बात कहते हुए आईसीयू में रखने की बात कहीं और रोज का आईसीयू का तीस हजार रुपये चार्ज बताया। आरोप हैं कि पिता बुजुर्ग को करीब
दस दिन हॉस्पिटल में भर्ती किये हो गये हैं। लेकिन उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हो रहा हैं। दस दिन के अंदर हॉस्पिटल संचालक ने करीब सात लाख रुपये जमा करा चुके है। उसके बाद भी और पैसे की मांग कर रहे हैं। मनोज का कहना हैं कि वह मां के जेवर और खेत बेचकर सात लाख रुपये जोड़ पाया था और पैसा जोड़कर सारा हॉस्पिटल में जमा कर दिया। लेकिन अब ग़रीब किसान के परिजन लाचार औऱ विवश है कि अब रुपये कहां से लाऊ हॉस्पिटल स्टाफ़ द्वारा और पैसा जमा करने की बात कहीं जिससे परिजन भड़क गयें। और हंगामा काटना शुरु कर दिया। वहीं हंगामा देख वहां के कर्मचारियों ने सभी को समझाबुझाकर शांत करा दिया। देखने वाली बात यह है कि जिस तरह से कल्याणपुर में निजी अस्पताल लगातार आम जन मानस की जान से खिलवाड कर रहे वही कानपुर जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग इस लचर रवैये या फिर यू कहे कि गूंगा, अंधा व बहरा क्यू बना हुआ है..? या फ़िर अब इंसान की जान से बढ़कर सब कुछ और सभी को रुपया ही नज़र आता है।

