जाति गणना की मांग तो, देश के लिए शहीद होने वालों की,जाति की गणना क्यों नहीं ?

By | January 23, 2025

समाचार भारती के लिए योगेश गुप्ता की रिपोर्ट

श्रीमान
यशस्वी राजनाथ सिंह जी
केन्द्रीय रक्षा मंत्री
भारत सरकार
नई दिल्ली
विषय – जाति गणना की मांग तो, देश के लिए शहीद होने वालों की,जाति की गणना क्यों नहीं?
महोदय ,.
अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभ‍ देश का सबसे प्राचीनतम सामाजिक संगठन है मौजूदा जातिवाद राजनैतिक फार्मूला
देश में अराजकता एवं देश विरोधी मानसिकता को बढ़ावा देने वाले सत्ता के भूखे नेता, सत्ता “सेवा के लिए नहीं, बल्कि मेवा” पाने के लिए जाति गणना की मांग कर रहे हैं .पर खुले निवेदन पत्र
मैं इस पत्र के माध्यम से आपसे आग्रह करना चाहता हूं कि देश की आजादी के पूर्व 1857मे जो स्वतंत्रता संग्राम देश को आजाद कराने के लिए हुआ उसमें देश के लिए, शहीद होने वाले और अंग्रेजों द्वारा फांसी दिए जाने वाले, सारे शहीदों की सूची तैयार कर “उनकी जाति “भी देश की जनता को बताई जाए
देश की आजादी के बाद 1947 में, 1962 में ,1965 में 1971 में और 1999 में हुए युद्ध में शहीद होने वाले, अपना सर्वस्व देश के लिए बलिदान
करने वाले शहीदों की भी “जाति गणना” कर देश को बताया जाए
देश की आजादी के बाद से ही कश्मीर में आतंकवादियों के विरुद्ध अपना बलिदान देने वाले, शहीदों की भी जाति गणना कर देशवासियों को बताया जाए ताकि सता के लोभी नेताओं की असलियत भी देशवासियों के सामने आ सके कि लोकतंत्र के नाम पर कौछ लोग सिर्फ “मेवा खाने और भ्रष्टाचार “द्वारा पैसा कमाने मे दिमाग लगाए जनहित एवं देश हित से उनका कुछ लेना-देना नहीं है, देश की उन्नति, देश का विकास,सुरक्षा बेरोजगारी ,मंहगाई, शिक्षा स्वास्थ्य जाए भाड़ में उन्हें कुर्सी चाहिए,यही फार्मूला बनाने का तर्क वितर्क चलता रहता.
सादर अभिवादन सहित
अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा
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