ब्यूरो रिपोर्ट;
विधानसभा चुनावों की मतगणना शुरू हुई तो यूपी की सियासत में नई इबारत लिखने और कई मिथक तोड़ने वाले दावे निकले.मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 37 साल बाद भारतीय जनता पार्टी को यूपी की सत्ता पर लगातार दूसरी बार काबिज करने का इतिहास बना दिया है.और यह भी पता चला कि 37 साल पहले कांग्रेस ने बहुमत के साथ सत्ता में वापसी की थी. इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्धारित 5 वर्ष का कार्यकाल पूरा करते हुए फिर से भाजपा की सत्ता में वापसी कराते हुए पार्टी को ऐतिहासिक तोहफा दिया है. अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यूपी में भाजपा के ऐसे पहले नेता हो गए हैं जो लगातार दूसरी बार सीएम बनेंगे.
विजयी उल्लास से शुरू हुआ ये 30 मिनट का कार्यक्रम जय श्री राम के नारों के साथ खत्म हुआ. हजारों समर्थकों की भीड़ ने उनका स्वागत किया. योगी ने भी समर्थकों का हाथ हिलाकर अभिवादन किया. उन्होंने मंच से समर्थकों पर अबीर-गुलाब उड़ाए और होली खेली. योगी के साथ केशव मौर्य, सतीश महाना, स्वतंत्र देव सिंह, सुनील बंसल, बृजेश पाठक समेत तमाम बड़े नेता मंच पर थे. सभी के चेहरे गुलाल के रंग में रंगे नजर आए. इस दौरान सभी ‘जो राम को लाए हैं….’ गाने पर थिरकने लगे। योगी भी थिरकते नजर आए.
दरअसल नम्बर एक पर रहना उनकी फितरत है. करीब ढाई दशक पहले जब वह उत्तर भारत की प्रमुख पीठों में शुमार गोरक्षपीठ के उत्तराधिकारी बने तभी वह देश के रसूखदार लोगों में शामिल हैं. इसके बाद से तो उनके नाम रिकार्ड जुड़ते गये. मसलन 1998 में जब वह पहली बार सांसद चुने गये तब वह सबसे कम उम्र के सांसद थे. 42 की उम्र में एक ही क्षेत्र से लगातार 5 बार सांसद बनने का रिकॉर्ड भी उनके ही नाम है. मुख्यमंत्री बनने के पहले सिर्फ 42 वर्ष की आयु में एक ही सीट से लगातार पांच बार चुने जाने वाले वह देश के इकलौते सांसद रहे हैं. चार महीने बाद ही दुबारा वह सिरमौर बने. यकीनन ये सिलसिला जारी रहेगा, क्योंकि इसके लिये वह अथक परिश्रम करते हैं.
