पीड़ित परिवार को मिलेगा न्याय : कमिश्नर राजशेखर

By | February 15, 2023

 

ब्यूरो चीफ़ आरिफ़ मोहम्मद

*घटना में दोषियों को दिलाई जाएगी कड़ी सजा : एडीजी*

कानपुर देहात, मैथा के मड़ौली गांव में अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत चल रही कार्यवाही के दौरान आग से मां बेटी की मौत और मृतिका के पति कृष्ण गोपाल के आग से झुलस कर घायल होने की सूचना के बाद कमिश्नर डा. राजशेखर, एडीजी आलोक सिंह और आईजी प्रशांत कुमार मौके पर पहुंचे। अफसरों ने घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण करने के बाद पीड़ित परिवार के लोगो से बात की और न्याय दिलाने का भरोसा दिया। घटना के बाद परिजनों और ग्रामीणों का आक्रोश देख अफसर मौके पर पहुंच गए। और घटना के बारे में पीड़ित परिवार को ढांढस बनाते हुए दोषियों पर कठोर कार्यवाही करने का भरोसा दिया देर रात तक गांव में तनाव का महौल बना रहा। एसपी बीबी जीटीएस मूर्ति कृष्ण गोपाल से मिलकर पूरी मदद का भरोसा देते रहे। इसके बाद पुलिस ने आग से झुलसे कृष्ण गोपाल को अस्पताल पहुंचाया। जहां उनका प्राथमिक उपचार किया गया।

कमिश्नर डा. राजशेखर से पीड़ित कृष्ण गोपाल दीक्षित ने बताया कि जिस रूम पर तहसील प्रशासन अवैध अतिक्रमण बता रहा है उस पर 2 दशक से अधिक समय से वह काबिज है। जिसका मुकदमा न्यायालय में विचाराधीन है इसके बावजूद भी तहसील प्रशासन जबरन अतिक्रमण हटवाने के नाम पर उसके मकान को गिरा दिया और झोपड़ी में आग लगा दी जबकि अतिक्रमण हटाने के पूर्व ही उसने एसडीएम को मामले में मुकदमा चलने और 20 फरवरी को तारीख तय होने की जानकारी दी थी। एसडीएम और टीम ने उसकी एक नहीं सुनी और कार्रवाई शुरू कर दी। ग्रामीणों का आरोप था कि लगातार प्रशासन परिवार के साथ पक्षपात कर रहा है।
*गांव के मकान में रहता विवाहित बेटा*
गांव के मकान में इनका एक विवाहित बेटा रहता है, बाकी परिवार इसी झोपड़ी में रह रहा था। गांव वालों ने कहा कि लेखपाल व शिकायतकर्ता की मिलीभगत से उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा था जिसमें इतनी बड़ी घटना हो गयी।

*रूरा थानाध्यक्ष पर बेटे को पीटने का आरोप*
घटना के बाद गांव पहुंचे एडीजी आलोक सिंह व आईजी प्रशांत कुमार ने भी घटना में पीड़ित परिवार के लोगों से मुलाकात की और घटना के बारे में विस्तृत जानकारी की। जिसमें कृष्ण गोपाल ने बताया कि प्रशासन की अनैतिक रूप से अतिक्रमण हटाओ कार्रवाई देख गांव से भागकर पहुंचे उसके बेटे शिवम ने अफसरों से कार्रवाई रोकने की गुहार लगाई। इस पर एसओ रूरा ने शिवम की पिटाई कर दी। इसकी जानकारी होने के बाद गांव के लोग और अधिक नाराज हो गए। परिजनों का आरोप था कि पुलिस प्रशासन उन्हें हर तरह से नेस्तानाबूद करने पर उतारु था। जिससे प्रशासन ने प्रशासनिक अधिकारी के रूप में नहीं बल्कि विरोधी पार्टी के रूप में काम किया है।

घटना के बाद कमिश्नर राजशेखर ने कहा कि मामले की उच्चस्तरीय जांच होगी घटना में शामिल किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा और सब के विरुद्ध कठोर दंडात्मक कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी और मामले की जानकारी की रिपोर्ट बनाकर मुख्यमंत्री कार्यालय भेजी जाएगी।