उद्यान विभाग की पहल बाजार में सीधे तौर पर बिकेगा आम किसानों को होगा फायदा 

By | June 16, 2022

लखनऊ से वरिष्ठ संवाददाता अभिनव शर्मा की रिपोर्ट

 

उद्यान विभाग की पहल बाजार में सीधे तौर पर बिकेगा आम किसानों को होगा फायदा

 

वैसे तो आम हर जगह और हर जिले में मिलता है। लेकिन मलिहाबाद की दशहरी कुछ खास बात ही अलग है। इस दशहरी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल चुकी है। जिसको जीआई 125 नाम से विदेशों में जाना जाता है। कुछ सालों में दशहरी के उपयोग को लेकर काफी चिंता हुई है, आमों में कीटनाशक का छिड़काव अधिक होने लगा है। लेकिन इस दिशा में अवध आम उत्पादक एवं बागवानी समिति नबीपनाह मलिहाबाद ने रहमान खेड़ा स्थित केंद्रीय उपोषण बगवानी संस्थान से एमओयू करके बागवान किसानों को वैज्ञानिक ज्ञान देकर कम से कम छिड़काव कर के आम तैयार करवाया है। यहां तक की कीटनाशक का छिड़काव न करके नीम आयल तेल का छिड़काव कर के आम तैयार किया है। जिसको जैविक आम के नाम से जाना जाता है।

आम को वैज्ञानिक विधि से पकाया जाता है,गर्म पानी में इथरल डाल कर पकाया जाता है।मैंगो नेट लगा आमों को सुरक्षित किया जाता है। कार्बाइड से पके आम स्वस्थ के लिए हानिकारक होता है । इस तरह किसान सीधे बागों से अपने आमों को लेकर इस तरह की जगहों पर आएगा आम बेचने, किसी तरह का कोई टैक्स या वसूली नहीं है। और ना ही कोई कमीशन एजेंट पूरी बिक्री का पैसा किसानों के पास जाएगा। इससे किसानों की आमदनी बढ़ेगी। साथ ही उनकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी।

इस कार्यक्रम के माध्यम से किसान अपने उत्पाद को लेकर शहरों की मार्केट में आए और अपने बेचने के तरीके में बदलाव करे। इसे आत्मनिर्भर भारत का नाम दिया गया है। यह अवध आम उत्पादक एवं बागवानी समिति पिछले 6 वर्षों से किसानों के साथ मिलकर वैज्ञानिकों के द्वारा बताए हुए निर्देशों पर चलकर उनके उत्पादों को अच्छी क्वालिटी प्रोडक्ट बनाने का काम किसानों के साथ कर रही है।

अवध आम उत्पादक एवं बागवानी समिति के महासचिव उपेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि ज्यादा से ज्यादा किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी साथ ही उनकी आय को दोगुना किया जा सके।इस आम स्टॉल का उद्घाटन हजरतगंज स्थित सप्रू मार्ग उद्यान निदेशालय के बाहर डायरेक्टर उद्यान आर.के. तोमर के साथ किसान राजकुमार सिंह, विकास कुमार व मुसलाउद्दीन सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।