
ब्यूरो रिपोर्ट:
लखनऊ
उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव-2022 का प्रथम चरण जैसे-जैसे नजदीक आता जा रहा है सोशल मीडिया पर नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। इस कड़ी में शनिवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कैराना से समाजवादी पार्टी के विवादित प्रत्याशी को लेकर कहा कि धमकी दे रहे ‘तमंचावादी पार्टी’ के कैराना वाले प्रत्याशी की 10 मार्च के बाद गर्मी शांत हो जाएगी।
योगी के ट्वीट के बाद अखिलेश फिर हमलावर हुए और उनके ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा गया, “ठोको नीति वालों के ख़िलाफ़ : लाल टोपी ~ लाल पोटली, दोनों ने मिल ताल ठोक ली”।
अखिलेश के इस ट्वीट पर मुख्यमंत्री योगी के ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट थ्रेड में कहा गया, मुजफ्फरनगर दंगे में हिंदुओं को बंदूकों से भूना गया था। “60 से अधिक हिंदू मारे गए थे और 1,500 से अधिक जेल में बंद किए गए थे। गांव के गांव खाली हो गए थे। सपा की यही ‘पहचान’ है।”
जिस पर ट्विटर यूजर्स जमकर रिएक्शन दे रहें हैं।
दरअसल अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, “बाबा जी… पैदल हैं…बेदल भी हैं”। जिस पर योगी के ट्वीटर हैंडल से समाजवादी पार्टी को लेकर मजेदार फार्मूले ट्वीट किया गया, “चोला ‘समाजवादी’ + सोच ‘दंगावादी’ + सपने ‘परिवारवादी’ = ‘तमंचावादी।”
अगले ट्वीट में योगी ने कहा, “मुजफ्फरनगर दंगे के दोषी और रामभक्तों पर निर्ममता से गोली चलवाने वाले क्या ‘जनता-जनार्दन’ से वोट मांगने के हकदार हैं?”
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, “कैराना से तमंचावादी पार्टी का प्रत्याशी धमकी दे रहा है, यानी गर्मी अभी शांत नहीं हुई है! 10 मार्च के बाद गर्मी शांत हो जाएगी…”