ब्यूरो रिपोर्ट :लखनऊ।
राजधानी में भू-माफियाओं की नजर तालाबों पर कोई आज की नहीं है। पिछले तीन दशकों में कई प्रसिद्ध तालाबों का अस्तित्व तक ही मिट गया है। आज भी भू-माफियाओं की पैनी नजर इन तालाबों पर रहती है।
सरकार इन तालाबों को उनके पूर्व की शक्ल में लाने की कोशिश करती है किन्तु ये कार्य धीमी गति से चल रहा है। जिसका लाभ उठाकर भू-माफिया तालाबों पर अतिक्रमण कर इन पर कब्जा कर रहे हैं।
इतना ही नहीं तालाब पर अवैध प्लाटिंग कर बेचा भी जा रहा ।
इनमें से 69 का कब्जा हटाया जा चुका है।
ताजा मामला लखनऊ के देवपुर पारा निकट पीताम्बर खेड़ा (जलालपुर रेलवे क्रासिंग) राजाजीपुरम का है। यहां पर तालाब गाटा संख्या 171 स्थित है। यह तालाब पूर्ण रूप से कचरे से पटा हुआ है।
तालाब के भूभाग पर अवैध कब्जा करके मकान बनाये जा रहे है। इसकी सूचना कई बार लिखित रूप में नगर आयुक्त की दी गयी। बावजूद इसके कोई कार्यवाही नहीं की गयी।
अब इसकी शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी की गयी है। सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि पर्यावरण की दृष्टि से भी तालाबों का होना आवश्यक है। यहां आए दिन लोग अपने-अपने कब्जे दिखाते है। प्रशासन इस तालाब को अवैध कब्जे से मुक्त कराए ।
नगर निगम की तरफ से आज थोड़ी सी कार्रवाई की गई ।आज अवैध निर्माण के ऊपर बुलडोजर चला ।पर उन अवैध निर्माण जो अभी बाकी है तालाब पर
उन पर बुलडोजर कब चलेगा । सरकार कार्रवाई अपने हिसाब से करती है कि लोगों के चेहरे के हिसाब से बुलडोजर चलता है देवपुर पारा का यह तालाब 171 गाटा संख्या एक बीघा 3 बिस्वा का बताया जाता है ।
इस पर बहुत अवैध मकान अभी भी है पर गिने चुने ही मकान पर बुलडोजर चला ।
