रूस-यूक्रेन: कोरोना के बीच ‘ट्विंडेमिक’ का खतरा बढ़ा, यूरोप में ज्यादा खतरा, हमले में फंसे 5 छात्र भी जल्द आएंगे भारत

By | March 15, 2022

ब्यूरो रिपोर्ट :

रूस-यूक्रेन जंग को आज 19 दिन हो गए हैं. यूक्रेन का दावा है कि दक्षिणी शहर मारियुपोल पर रूसी बमबारी से अब तक 2,500 से ज्यादा मौतें हुई हैं. राष्ट्रपति जेलेंस्की के सलाहकार ओलेक्सी एरेस्टोविच ने कहा कि, मारियुपोल में हमारी सेना को कामयाबी मिल रही है. हमने कल यहां पर रूसी सेना को हराकर अपने युद्ध बंदियों को आजाद करा लिया. इससे बौखला कर रूसी सेना शहर में तबाही मचा रही है.

दोनों देशों की वार-तकरार से यूरोप के देशों पर कोरोना का खतरा बढ़ गया है. अब तक 20 लाख से ज्यादा यूक्रेनी शरणार्थी यूरोपीय देशों में पहुंचे हैं.

इनमें से ज्यादातर का वैक्सीनेशन नहीं हुआ. रविवार को WHO की तरफ से प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है कि यूक्रेन और आसपास के देशों में 3 से 9 मार्च के बीच कोरोना के कुल 791,021 नए मामले सामने आए और 8,012 नई मौतें दर्ज की गई.

वहीं रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध के हालातों में हजारों भारतीय स्टूडेंट भारत लौट आए हैं लेकिन यूक्रेन के खेरसन शहर में अभी भी 5 भारतीय स्टूडेंट फंसे हुए हैं. पिछले दिनों इन स्टूडेंट ने वीडियो भेजकर भारत सरकार से यूक्रेन से निकालने की गुहार लगाई थी. अब इन स्टूडेंट का जीवन बचाने के लिए राष्ट्रपति सचिवालय आगे आया है.

बूंदी के चर्मेश शर्मा के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नाम दायर याचिका पर राष्ट्रपति सचिवालय ने विदेश मंत्रालय को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. यूक्रेन में फंसे इन स्टूडेंट में 2 गुजरात, 2 हरियाणा और 1 तमिलनाडु का रहने वाला है.