लखनऊ से वरिष्ठ संवाददाता अभिनव शर्मा की रिपोर्ट:
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा सड़क सुरक्षा संबंधी हर संभव प्रयास व यातायात नियमो का कड़ाई से अनुपालन के लिए अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सड़क सुरक्षा एक्सप्रेस-वे, राष्ट्रीय राजमार्ग, लोक निर्माण विभाग की सड़कों, नगर मार्गों एवं अन्य सड़कों के किनारे अवैध अतिक्रमण के विरूद्ध संघन अभियान चलाकर रोका जाए। सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टाॅलरेंस की नीति के तहत यातायात पुलिस, परिवहन, भूतत्व एवं खनिकर्म, जी.एस.टी तथा विभागीय कर्मियों द्वारा अवैध वसूली का प्रकरण सामने आने पर सम्बन्धित के विरूद्ध कठोरतम कार्यवाही की जाए।
प्रदेश के गृह विभाग द्वारा इस संबंध मे सभी मण्डलायुक्तों, जिलाधिकारियों, चारो कमिश्नरेटों के पुलिस आयुक्तों, सभी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक व पुलिस अधीक्षक को निर्देश जारी किये गये हैं।
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया है कि सड़क के किनारे अवैध अतिक्रमण, पार्किंग तथा अवैध रूप से संचालित ऑटो, टैक्सी, बस स्टैण्ड के विरूद्ध विशेष ध्यान देते हुये प्रभावी प्रर्वतन कार्यवाही हो। साथ ही सार्वजनिक मार्गों पर आवागमन बाधित नही होना चाहिए। बिना फिटनेस प्रमाण-पत्र के कोई भी वाहन, स्कूल बस, प्राईवेट बस, परिवहन विभाग की बसे, प्राईवेट कांट्रैक्ट बसे, ट्रक, दो पहिया व चार पहिया वाहनों का संचालन व वाहनों की ओवरलोडिंग रोकी जाए।अवैध पार्किंग,स्टैण्ड संचालको के विरूद्ध अभियान चलाकर गैंगेस्टर व गुण्डा एक्ट के अन्तर्गत कार्यवाही करने के साथ ही अवैध वसूली से अर्जित की गयी सम्पत्ति जब्त हो।
सड़कों के किनारे स्थित पार्किंग सुविधा रहित ढाबों पर वाहन खड़े पाये जाने पर संबंधित ढाबा मालिकों के विरूद्ध कार्यवाही कर ओवरलोडिंग रोकने हेतु विशेष प्रर्वतन अभियान चलाकर ट्रकों का निर्धारित क्षमता के अनुसार ही लोड़ व अवैध खनिज परिवहन ओवर लोडिंग रोकने के लिए भूतत्व, खनिकर्म एवं परिवहन विभाग को संयुक्त अभियान चलाकर रोका जाए।
सड़कों के टोल प्लाजा पर ओवर स्पीड़ चेक व ब्रेथ-एनेलाइजर से भी जांच की जाए।
यातायात नियमों हेतु, लोगों को करें जागरूक
यातायात नियमों के संबंध में प्रचार-प्रसार हेतु प्रमुख सार्वजनिक स्थलों पर होर्डिंग तथा एफ.एम रेडियों के माध्यम से सड़क सुरक्षा के नियमों की जानकारी देने के साथ वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का इस्तेमाल न करने तथा सड़कों पर स्टंट न करने हेतु स्कूली छात्र-छात्राओं को यातायात नियमों के प्रति जागरूक किया जाए।
