
ब्यूरो चीफ़ आरिफ़ मोहम्मद कानपुर नगर/देहात
नकली खोया बनाने का धड़ल्ले से चल रहा है कारोबार, धधक रही भट्टियां
दीपावली में सिंथेटिक खोए को बाजार में उतारने की शुरू हो गई तैयारी
कानपुर देहात, दीपावली का त्यौहार नजदीक आते ही बाजार में मिलावटी खोया उतारने की तैयारियां शुरू हो गई हैं ग्रामीण अंचल में इन दिनों सिंथेटिक पाउडर से बनाए जाने वाले खोए की भट्टिया दिन-रात धधक रही है। दूध में खोए का व्यापार करने वाले लोग सिंथेटिक खोए का भंडारण करने में जुट गए है। दीपावली के त्यौहार पर बिकने वाली रंग बिरंगी मिठाइयों से सेहत पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है। और लोग बीमारी की चपेट में भी आ सकते हैं। लेकिन खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारी दिन रात संचालित होने वाली खोया भट्टियों पर अंकुश लगा पाने में नाकामयाब साबित हो रहे हैं।
आगामी धनतेरस दीपावली एवं भाई दूज का पर्व नजदीक देख खोया का व्यापार करने वाले लोग अभी से तैयारियों में जुट गए। कानपुर देहात के रसूलाबाद, शिवली, डेरापुर, सिकंदरा क्षेत्र के कई गांवों में धड़ल्ले से खोया भट्टियां संचालित की जा रही है। जहां सिंथेटिक पाउडर के सहारे खोया बनाने का काम चल रहा है। दिन-रात संचालित खोया भट्टियों पर पाउडर मिलाकर खोया का भंडारण चल रहा है। खोया व्यापारी कानपुर देहात समेत कानपुर नगर में भी सिंथेटिक खोया की आपूर्ति के लिए अभी से भंडारण करना शुरू कर दिए हैं। इससे त्योहार पर बढ़ती हुई मिठाई की मांग में सिंथेटिक खोया की आपूर्ति करने के लिए तैयारियां जोरों पर चल रही है। रसूलाबाद क्षेत्र के ताजपुर तरसौली, तिस्ती, भवनपुर, नारखास, शिवली क्षेत्र के बरार ,गुडसर, लालपुर, रूरा के लमहरा, देवीपुर, वीरपुर, सहित सिकंदरा डेरापुर क्षेत्र में भी खोया की भट्टी धड़ल्ले से चल रही है। लेकिन खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारी मिलावटी खोए के कारोबार को रोकने में पूरी तरह विफल साबित हो रहे हैं। इससे त्यौहार पर सिंथेटिक खोए से बाजार सजने के लिए पूरी तरह से तैयार हो गई है। सिंथेटिक खोया के खाने से लोगों को बीमारियां भी हो सकती हैं जिससे लोगों की जान जोखिम में पड़ सकती है।
*रंगीन मिठाईयां बिगाड़ सकती है सेहत*
दीपावली के त्यौहार पर सिंथेटिक खोए के माध्यम से बनने वाली रंगीन मिठाईयां लोगों की सेहत बिगाड़ सकती है। वहीं कानपुर देहात के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर ए. के. सिंह का कहना है कि सिंथेटिक खोया तथा रंगों के साथ बनी रंगीन मिठाइयों के सेवन से स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ेगा। सिंथेटिक खोया खाने से फूड प्वाइजनिंग हो सकती है जिससे उल्टी दस्त के साथ पेट की दिक्कत से लोगों को परेशानी हो सकती है। तथा लोगों की जान जोखिम में पड़ सकती है। उन्होंने रंगीन व सिंथेटिक खोए की मिठाइयों का सेवन नहीं करने की सलाह दी।