जनपद में संचालित गौशालाओं एवं अस्थाई पशु बाड़ों के संबंध में समीक्षा

By | March 6, 2022

 

ब्यूरो चीफ़ आरिफ़ मोहम्मद कानपुर

*मुख्य विकास अधिकारी के सख्त तेवर, नोडल अधिशाषी अधिकारी (नगर निकाय) को कड़ी चेतावनी देते हुए कार्यवाही के दिए कड़े निर्देश*

*अस्थाई पशु बाड़ों के निर्माण एवं उनके संचालन में यदि कोई भी गड़बड़ी पाई गई तो होगी बड़ी कार्यवाही,सीडीओ*

जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह के निर्देशन में मुख्य विकास अधिकारी सौम्या पाण्डेय की अध्यक्षता में गौशाला सम्बन्धी अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक विकास भवन सभागार में सम्पन्न हुई।

आयोजित बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि सभी गौशालाओं में हरे चारे की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाये।जिन गौशालाओं में भूमि नही तो पास के ग्रामीण क्षेत्र की चारागाह भूमि पर मनरेगा के माध्यम से तार फेंसिग कराकर कार्य किया जाये। समस्त गौशालाओं में हरे चारे की उपलब्धता के लिए सम्बन्धित समिति के सदस्य व पशु चिकित्साधिकारी जिम्मेदार होगे।

मुख्य विकास अधिकारी ने अधिशाषी अधिकारी(नोडल) से जनसहभगिता योजना अंतर्गत ग्रामवासियों को गौवंश सुपुर्द करवाए जाने के संबंध में अधिशाषी अधिकारी नोडल द्वारा संतोष जनक उत्तर नही दिया गया, उनके द्वारा बताया गया कि वर्तमान में आवंटित लक्ष्यों के संबंध में उन्हें कोई जानकारी नहीं है जिसके चलते सीडीओ द्वारा अधिशाषी अधिकारी (नोडल) को कड़ी चेतवानी देते हुए कार्यवाही किए जाने के निर्देश प्रदान किए गए।

उन्होंने संबंधित एडीओ पंचायत, खंड विकास अधिकारी को निर्देश प्रदान किए गए कि अस्थाई पशु बाड़ों के निर्माण एवं संचालन में किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो अन्यथा कार्यवाही के लिए तैयार रहे। उन्होंने कहा कि जनपद के क्षेत्रांतर्गत यदि कोई भी नन्दी गौवंश विचरण करता पाया जाता है तो उन्हें शीघ्र ही निकटतम अस्थाई पशु बाड़े अथवा आश्रय स्थलों में उन्हें संरक्षित करवाए जाए।

बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देशित किया गया कि गौशालाओं में गौवंशों को भूसा, पानी आदि की व्यवस्था की जाये। बैठक में पशु चिकित्साधिकारी, परियोजना निदेशक, डीसी मनरेगा, समस्त खण्ड विकास अधिकरी व एडीओ पंचायत, ईओ सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।