ब्यूरो चीफ़ आरिफ़ मोहम्मद
*पूर्व में हो चुके कामों पर जारी हो रही टेंडर नोटिस प्रक्रिया*
*धन आहरण के लिए तैयार किए जा रहे कूट रचित दस्तावेज*
*बिना एस्टीमेट व टेंडर प्रकिया के हुए पूर्ण कार्य*
कानपुर देहात, रसूलाबाद नगर पंचायत में ईओ की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रही है। नियम विरुद्ध ढंग से बिना टेंडर के ही नगर पंचायत में विकास कार्यों को अंजाम दिया जा रहा है। अपने चहेते ठेकेदारों को काम देकर टेंडर के पूर्व ही निर्माण कार्य कराए जा रहे हैं। इस पर व्यापक पैमाने पर अनियमितताएं उजागर हो रही है। लेकिन जिम्मेदार अधिकारी लापरवाह कर्मचारियों पर कार्रवाही करने से कतरा रहे हैं।
रसूलाबाद नगर पंचायत में तैनात अधिशासी अधिकारी दिनेश चंद्र शुक्ला ने मनमाने ढंग से काम कराते हुए बिना टेंडर के अमृत वाटिका के निर्माण कार्य करा दिया जारी टेंडर नोटिस के आधार पर 17 अक्टूबर तक अमृत वाटिका के निर्माण के लिए टेंडर आवेदन मांगे गए थे। लेकिन इसके पूर्व ही 2 अक्टूबर को अमृत वाटिका का लोकार्पण हो चुका है। इसके अतिरिक्त नगर पंचायत के शास्त्री नगर वार्ड में कानपुर बेला रोड से मंजू सिंह के दरवाजे तक लगभग 6 लाख रुपए से अधिक रुपए की लागत से सीसी सड़क का निर्माण कराने का टेंडर जारी किया गया है। 17 अक्टूबर तक इसको खोलकर निर्णय लेने की तिथि तय की गई थी। लेकिन नगर पंचायत के विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक टेंडर की प्रक्रिया को 2 दिन बढ़ा दिया गया था। इसके लिए आज 19 अक्टूबर टेंडर आवेदन की अंतिम तिथि है। इससे बिना टेंडर प्रक्रिया पूर्ण किए ही सीसी सड़क का निर्माण कार्य शुरू करा दिया गया है। जिससे निर्माण कार्यों के पूरे होने के बाद टेंडर डालकर धनराशि निकासी का खेल चल रहा है। इससे नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी रसूलाबाद की मनमानी का खेल धड़ल्ले से जारी है। अपने चहेते ठेकेदारों को काम देकर अधिशासी अधिकारी खेल करने में जुटे हैं।
*पूर्व में हो चुके काम का भी जारी कर दिया टेंडर नोटिस*
रसूलाबाद नगर पंचायत के गाटा संख्या 3658 में पूर्व में पुरानी गौशाला संचालित थी गौशाला संचालन के लिए शौचालय का निर्माण भी कराया गया था इसके साथ सुरक्षा के लिए बाउंड्री वाल आदि के काम हुए थे बाद में गौशाला को नवीन गौशाला में स्थानांतरित कर दिया गया और पुरानी गौशाला को परिवर्तित कर पार्किंग स्थल का रूप दे दिया गया। जिसमें 8 लाख 19 हजार रुपए की लागत से शौचालय व खड़ंजा निर्माण का कार्य प्रस्तावित है जबकि 6 माह पूर्व ही शौचालय का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। बाउंड्री वॉल बंद कर पार्किंग स्थल बनकर तैयार हो गया है इसके बाद टेंडर नोटिस डालकर सरकारी धनराशि के आहरण का खेल चल रहा है।
*बिना स्टीमेट के ही गिहार बस्ती में चल रहा नाली निर्माण*
रसूलाबाद नगर पंचायत के थाने के पीछे बसी गिहार बस्ती में भी नगर पंचायत के द्वारा जल निकासी के लिए नालियों का निर्माण व सड़क की मरम्मत का कार्य जारी है। लेकिन उक्त काम के लिए नगर पंचायत में ना तो अब तक स्टीमेट बना है और न ही टेंडर नोटिस जारी की है और ना ही किसी ठेकेदार को रजिस्टर्ड किया है मनमाने ढंग से गिहार बस्ती में जल निकासी की नालियों के निर्माण किया जा रहा है जिस में व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार उजागर हो रहा है। लेकिन जिम्मेदार हो इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
*6 माह पूर्व हो चुके कायाकल्प का अब होगा टेंडर*
नगर पंचायत रसूलाबाद के वार्ड संख्या 6 में संचालित प्राथमिक विद्यालय निराला नगर 6 माह पूर्व नगर पंचायतों की तत्काल नोडल अधिकारी एवं सीडीओ सौम्या पांडे के निर्देश पर कायाकल्प का काम कराया गया था। 6 माह पूर्व पूर्व कायाकल्प के काम होने के बाद अब फिर से टेंडर नोटिस जारी कर चहेते ठेकेदारों को देकर पैसे निकालने की पटकथा रची जा रही है। इस प्रकार नगर पंचायत में व्यापक पैमाने पर मानकों की अनदेखी व वित्तीय अनियमितताओं एवं मनमाने रवैया से खेल किए जा रहे हैं।
*बोले जिम्मेदार*
नगर पंचायत रसूलाबाद के अधिशासी अधिकारी दिनेश शुक्ला ने बताया कि जिला स्तरीय अफसरों के निर्देश पर त्वरित ढंग से काम कराए जाते हैं इतनी जल्दी टेंडर एस्टीमेट का काम पूरा हो पाना संभव नहीं है इसलिए काम के बाद भी आगे पीछे एस्टीमेट और टेंडर चलते रहते हैं इसमें कोई नियम विरुद्ध नहीं है काम किया है तो पैसा निकाला जा रहा है।
बिना स्टीमेट व टेंडर के काम कराना एवं मानकों की अनदेखी कर नियम विरुद्ध ढंग से काम होने की जानकारी नहीं है। यदि पूर्व में किए गए कामों पर टेंडर नोटिस जारी कर धनराशि निकालने का प्रयास किया जा रहा है तो इसकी कमेटी बनाकर जांच कराई जाएगी और संबंधित दोषी कर्मचारियों के विरुद्ध कठोर दंडात्मक कार्रवाई सुनिश्चित करते हुए धनराशि की रिकवरी भी की जाएगी।
जेपी गुप्ता अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व/प्रभारी नगर निकाय कानपुर देहात।
