ब्यूरो चीफ आरिफ़ मोहम्मद
*भ्रष्टाचार की जांच कराने में कतरा रही सीडीओ सौम्या पांडेय*
*मनरेगा में व्यापक पैमाने पर हुआ भ्रष्टाचार*
*राज्य मंत्री ने कहा शिकायत पर भी सीडीओ ने नहीं लिया एक्शन*
*कार्रवाई न होने से भ्रष्टाचारियों के हौसले बुलंद*
कानपुर देहात में मनरेगा में भ्रष्टाचार किया जा रहा है। सीआईबी बोर्ड खरीद हो अथवा मनरेगा योजना में काम करने वालों में फर्जी श्रमिक दिखाकर धनराशि के आहरण का मामला हो शिकायतों के बावजूद भी सीडीओ स्तर से कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। व्यापक अनियमितता उजागर होने के बाद भी सीडीओ भ्रष्टाचार में संलिप्त बीडीओ व सचिव के विरुद्ध कार्रवाई करने से कतरा रही हैं। इससे भ्रष्टाचार पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। प्रदेश एक राज्य मंत्री ने सीडीओ के लिखे पत्र में भ्रष्टाचार का हवाला देकर उसमें संलिप्त लोगो के विरुद्ध कार्रवाई न करने के मामले में सीडीओ पर निशाना साधा है। सीडीओ के द्वारा कार्यवाही न किए जाने से सरकार की छवि बदनाम होने की बात कहकर मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।
मैथा विकासखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत गारब की ग्राम प्रधान कुसुमा देवी सीडीओ समेत प्रदेश की राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला से गांव के रोजगार सेवक व पंचायत सचिव पर मनमाने तरीके से मनरेगा में फर्जी श्रमिकों के भुगतान का व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार किए जाने का आरोप लगाकर शिकायत की थी। जिसमें राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने सीडीओ को पत्र जारी कर मामले की जांच के निर्देश दिए थे। लेकिन 1 महीने से अधिक का समय गुजरने के बावजूद अब तक जांच से ही शुरू हो पाई जिसके बाद ग्राम प्रधान ने फिर से मंत्री से फरियाद लगाई तो मंत्री ने सीडीओ को सख्त पत्र जारी किया राज्य मंत्री के लेटर में सीडीओ की लापरवाही और भ्रष्टाचारियों के साथ संलिप्तता की बात उजागर हो रही है। राज्य मंत्री ने सीडीओ को लिखे पत्र में कहा आपके द्वारा आईएएस की परीक्षा पास कर देश में नाम रोशन किया गया लेकिन आपके ही कार्य क्षेत्र में अधीनस्थ कर्मचारियों द्वारा किये जा रहा भ्रष्टाचार पर अंकुश न लग पाना बेहद खेद जनक है। राज्य मंत्री ने सीडीओ को लिखे पत्र में कहा कि मनरेगा योजना में जब अधिकारियों व कर्मचारियों के द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार की शिकायत की जाती है तो आपके द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जाती है इससे केंद्र व प्रदेश सरकार की छवि धूमिल हो रही है। इस पत्र के माध्यम से भ्रष्टाचारियों को बचाने को लेकर परोक्ष रूप सीडीओ पर सीधा निशाना साधा गया है। इससे जिले में व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार खुलकर सामने आ रहा है और सीडीओ समेत विभागों के जिम्मेदार अधिकारी भ्रष्टाचारियों पर अंकुश लगाने और जांच के बाद कार्यवाही करने में कतरा रहे हैं। इसी तरह नियमों की अनदेखी कर मनरेगा योजना से ग्राम पंचायतों में गैर स्वयं सहायता समूह से खरीदे के सीआईबी बोर्ड के मामले में भी सीडीओ द्वारा जांच के आदेश दिए गए लेकिन जांच अधिकारी डीसी मनरेगा के द्वारा अब तक आरोप पत्र तय नहीं किया गया जिससे लाखों रुपए के घोटाले का मामला भी विकास भवन दफ्तर में दबा पड़ा है। जब राज्यमंत्री ने अधिकारियों की लापरवाही से सरकार की छवि बदनाम होने का पत्र लिखा गया तो निश्चित तौर से जिले में भ्रष्टाचार का बड़ा खुलासा हो रहा है। इससे जिले में भ्रष्टाचार लगातार पैर फैला रहा है और अधिकारी उस पर नियंत्रण करने से कतरा रहे हैं। राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला ने फिर से मुख्य विकास अधिकारी को पत्र लिखकर मनरेगा योजना में किए जा रहे भ्रष्टाचार को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने के साथ मामले की जांच करा कर दोषी कर्मचारियों के विरुद्ध कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए है।
*बोले जिम्मेदार*
प्रदेश सरकार की राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला का कहना है दो बार पत्र लिखने के बावजूद भी अब तक मुख्य विकास अधिकारी स्तर से कोई कार्यवाही नहीं की गई है। जिससे जनपद में भ्रष्टाचार पर अंकुश नहीं लग पा रहा है लगातार भ्रष्टाचार में संलिप्त अधिकारियों और कर्मचारियों के द्वारा सरकारी धन का दुरुपयोग हो रहा है जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा कार्यवाही न किए जाने से भ्रष्टाचारियों के हौसले बुलंद हैं।
